2215 कर्मचारी की जगह 2232 कर्मचारियों का उठा रहे वेतन

निगम की पकड़ में नहीं आ रहे 17 फर्जी कर्मचारी

Meerut। नगर निगम में आउट सोर्सिग पर तैनात सफाई कर्मचारियों के वेतन में एक और गड़बड़झाला पकड़ में आया है। नगर निगम को हर माह सवा लाख रुपये का चूना लगाया जा रहा था। हालत यह है कि बीते छह माह में नगर निगम को साढ़े सात लाख रुपये का चूना लग चुका है। नगर निगम में तैनात 2215 आउटसोर्सिग सफाई कर्मचारियों की बजाए 2232 कर्मचारियों को वेतन दिया जा रहा था। इस गोलमाल का जब नगर निगम के अधिकारियों को पता चला तो हंगामा खड़ा हो गया।

कौन है 17 फर्जी सफाई कर्मचारी

नगर निगम के अधिकारियों को यह पता नहीं चल पा रहा है कि यह 17 कर्मचारी कौन है जो फर्जी तरीके से वेतना पा रहे हैं। एक दो माह से नहीं बल्कि छह माह से ये फर्जी कर्मचारी वेतन ले रहे हैं। ऐसे निगम के सामने 17 कर्मचारियों का हटाने का संकट आ गया है। आखिर किन 17 कर्मचारियों को हटाया जाए।

चल रहा था घालमेल

निगम के अधिकारी हैरत में है कि आखिर 2215 की जगह 2232 सफाई कर्मचारियों को वेतन जा कैसे रहा था। छह माह में यह बात पकड़ में कैसे नहीं आई। हर माह निगम के खजाने से सवा लाख रुपये से अधिक हर माह निकाले जा रहे थे और किसी भी अधिकारी को खबर तक नहीं मिली।

सूची का मिलान नहीं किया

सवाल है कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा दी गई 2215 सफाई कर्मचारी और अलकनंदा द्वारा दी गई सूची का मिलान क्यों नहीं किया गया.कम से कम अकाउंट विभाग के पास जो सूची है उससे भी मिलान नहीं किया गया। ऐसे में अधिकारियों व कर्मचारियों की मिलीभगत भी सामने आ सकती है।

मामले की जांच शुरू कर दी गई है। आखिर फर्जी 17 कर्मचारियों का वेतन कैसे निर्गत किया जा रहा था। किसने इनके नाम दिए। अकाउंट विभाग ने इसको पकड़ा कैसे नहीं। सूची का मिलान किया जा रहा है। जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

संतोष कुमार शर्मा, फाइनेंस कंट्रोलर, नगर निगम