2 अप्रैल के उपद्रव को लेकर शासन को भेजी रिपोर्ट

Meerut। दो अप्रैल को छह घंटे में उपद्रवियों ने करीब 1 करोड़ 80 लाख की संपति को स्वाहा कर दिया था। जिसमें रोडवेज की 40 बसें, पुलिस की जीपे, दो स्कूल की बसें, पुलिस चौकी व उसमें रखे उपकरण समेत 500 वाहन क्षतिग्रस्त हुए हैं।

सर्वाधिक नुकसान रोडवेज का

विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक सर्वाधिक नुकसान रोडवेज विभाग का हुआ है। उपद्रव के दौरान मेरठ डिपो की 34 लाख रुपये कीमत की एक बस उपद्रवियों ने फूंक दी थी, जबकि 25-25 लाख रुपये की 2 बसें नोएडा डिपो की जलकर खाक हुई थीं। कई बसों में तोड़फोड़ से भी काफी नुकसान हुआ जिसका आंकलन तहसील प्रशासन द्वारा किया गया है। 15 लाख रुपये कीमत की एक प्राइवेट स्कूली बस भी हंगामे की भेंट चढ़ गई थी, जबकि 15 लाख रुपये की 2 पुलिस की जीप को आग के हवाले कर दिया था।

चार्जशीट दाखिल

एसआईटी ने सोमवार को योगेश वर्मा के खिलाफ चार्जशीट कोर्ट में दाखिल कर दी है। इसमें पुलिस ने 90 आरोपियों को मुल्जिम बनाया गया है। गत 2 अप्रैल को भारत बंद के दौरान मेरठ में उपद्रव करने के आरोप में कंकरखेड़ा पुलिस ने महापौर पति योगेश वर्मा को उसके गनर और समर्थकों के साथ गिरफ्तार किया था। पुलिस ने 14 दिन में उपद्रव की जांच पूरी कर 90 लोगों को मुल्जिम बनाते हुए 99 पेज की चार्जशीट कोर्ट में दाखिल कर दी।

तहसील प्रशासन की ओर से नुकसान का आंकलन किया गया है। 2 अप्रैल को हुए उपद्रव में करीब पौने 2 करोड़ रुपये की सरकारी और गैरसरकारी संपत्ति को क्षतिग्रस्त कर दिया गया था।

अनिल ढींगरा, डीएम, मेरठ