राजधानी गेट, अबू धाबी (UAE)
अबू धाबी की इस झुकावदार इमारत के सामने तो पीसा की मीनार भी पानी भरने को तैयार है। राजधानी गेट, नाम की ये इमारत गगनचुम्बी है। अबू धाबी की इस इमारत को राष्ट्रीय प्रदर्शनियों कंपनी टॉवर द्वारा विकसित किया गया था। इस राजधानी गेट का नाम 2010 से गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में भी शामिल है। ये झुकावदार इमारत शहर की सबसे ऊंची बिल्डिंग है और 18 डिग्री पश्चिम की ओर झुकी हुई है। इसमें कुल 35 मंजिले दी गईं हैं। इसको टिकाने का सबसे बड़ा रहस्य ये है कि ये जमीन के नीचे कम से कम 20-30 मीटर की गहराई से खड़ी हुई है।
सनराइज़ केम्पिनस्की होटल - बीजिंग, चीन
होटल इंडस्ट्री में 2015 का साल नए होटल की ओपनिंग और री-ओपनिंग को लेकर काफी यादगार रहेगा। मध्य-पूर्व जिस समय उदय पर था, चीन आतिथ्य जैसे सदगुण का केंद्र बनता जा रहा था। इस साल चीन में दो जबरदस्त आर्किटेक्चरल नमूनों ने यहां जगह ली। इनमें से एक जो सबसे ज्यादा आश्चर्य में डालने वाली इमारत है वो है सनराइज़ केम्पिनस्की होटल की। झील के किनारे पर बीजिंग से 60 किलोमीटर आउटर पर ये इमारत आपको फेंग शुई का लुक देगी। इसको कुछ इस तरह से आकार दिया गया है कि सूर्योदय के साथ सूर्य की पहली किरणें इसपर पड़ते ही इसकी चमक दो गुनी हो जाती है। होटल के बाहरी इंटीरियर पर करीब 10,000 ग्लास पैनल्स लगे हुए हैं। इसके अलावा ये 18,075 स्क्वायर मीटर पर फैला हुआ है।
मरीना बे सैंड्स होटल - सिंगापुर
सिंगापुर में आसमान को छूती संभवत: ये सबसे ऊंची इमारत है। इस होटल की खासियत ये है कि इसमें 3 टावर्स में जबरदस्त कसीनो चलते हैं। इसकी इमारत को नांव का आकार दिया गया है, जिसमें कुल 57 फ्लोर्स हैं। इस इमारत के अंदर आपको पूल, रेस्तरां, चॉकलेट बार और सबसे ज्यादा प्रसिद्ध कू डे टा क्लब भी मिलेगा। इसके ग्राउंड लेवल को मीट्रो सिस्टम से जोड़ा गया है। इसके सिर्फ कसीनो को ही प्रॉपर्टी के नजरिए से देखें तो उसकी कीमत $8 अरब है।
क्यूमुलस - नोर्डबोर्ग, डेनमार्क
यह कोई उल्का है, कोशिका है या फिर क्या है। इस इमारत को देखकर आप यही सोचेंगे। ये बिल्डिंग एक प्रदर्शनी हॉल है। इसमें ब्रह्मांड, विज्ञान और तकनीकि का म्यूजियम भी दिया गया है। ये बिल्डिंग दक्षिणी डेनमार्क मुख्यालय पर स्थित है। इसको देखकर आप इसके इंजीनियरिंग आर्किटेक्चर के बारे में सोचने को तो जरूर मजबूर हो जाएंगे। 2007 में इस बिल्डिंग को वास्तुकला दुनिया के नए सात आश्चर्यों में भी शामिल किया गया था।
सिटी ऑफ आर्ट्स एंड साइंस - वालेंसिया, स्पेन
स्पेन के वालेंसिया में स्थित ये सिटी ऑफ आर्ट्स एंड साइंस मनोरंजन पर आधारित आर्किटेक्चरल कॉप्लेक्स है। ये इमारत इस शहर में टूरिज़्म के नजरिए से काफी अहमियत रखती है। ये पूरा कॉम्पलेक्स तूरिया के पूर्व नदी के ताल पर स्थित है, जिसको 1957 में एक भयावह बाढ़ के बाद सुखाया और उसके रास्ते को बदला गया था। इसको 1996 जुलाई में वालेंसिया के आर्किटेक्ट सांटियागो कैलेट्रावा ने डिजाइन किया था। अद्भुत आर्किटेक्चर में ये कॉम्प्लेक्स एक बेहतरीन उदाहरण है। इस कॉम्पलेक्स में सिनेमा, म्यूजियम, एक्वेरियम हॉल समेत और भी बहुत कुछ है।
अक्षरधाम मंदिर - दिल्ली, भारत
नई दिल्ली में बना स्वामिनारायण अक्षरधाम मंदिर एक अनोखा सांस्कृतिक तीर्थ है। बताया जाता है कि इसे ज्योतिर्धर भगवान स्वामिनारायण की स्मृति में बनवाया गया है। मंदिर का परिसर यमुना नदी के किनारे 8000 स्क्वायर मीटर की भूमि पर फैला हुआ है। दुनिया का सबसे विशाल हिंदू मंदिर परिसर होने के नाते 26 दिसम्बर 2007 को इसे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड्स में शामिल किया गया। ये भी बताया जाता है कि करीब 3000 करीगरों और 7000 आर्टिस्ट्स ने मिलकर इसे बनाया और डिजाइन किया था।
चैपल ऑफ द होली क्रॉस - एरिजोना, संयुक्त राज्य अमरीका
सेडोना में रेड रॉक टावर के बीच स्थित ये शानदार इमारत होली क्रॉस 1956 में बनकर तैयार हुई थी। ये धार्मिक इमारत 250 फीट ऊंची है और हजार फीट ऊंची रेड रॉक वॉल पर स्थित है। इमारत को देखकर आप एक बार तो इसके कंस्ट्रक्शन के बारे में सोचने पर जरूर मजबूर हो जाएंगे। ये मॉर्डन आर्किटेक्चर का सबसे अच्छा उदाहरण है।
इन्फिनिटी टॉवर - दुबई, संयुक्त अरब अमीरात
इन्फिनिटी टॉवर दुनिया की सबसे ऊंची इमारतों में से एक है। इसकी घुमावदार बनावट ही इसकी खासियत है। बताया जाता है कि 90 डिग्री के घुमाव पर बनी हुई है। जमीन से इसकी ऊंचाई 305 मीटर (1000 फीट) है। इसमें कुल 80 मंजिलें दी गईं हैं। इस 80 मंजिला आवासीय टावर के ऊपर से दूर-दूर तक का नजारा बेहद खूबसूरत है।
सिडनी ओपेरा हाउस - सिडनी, ऑस्ट्रेलिया
सिडनी ओपेरा हाउस, सिडनी, न्यू साउथ वेल्स, ऑस्ट्रेलिया में स्थित प्रदर्शन कलाओं का एक बहु-स्थलीय केंद्र है। इसकी कल्पना डैनिश वास्तुकार जॉर्न उत्ज़ॉन ने की थी। इसके साथ ही उन्होंने इसका अधिकांश निर्माण भी करवाया था। जॉर्न उत्ज़ॉन को इसके लिए, 2003 में वास्तुकला का सर्वोच्च सम्मान पुलित्ज़र पुरस्कार प्रदान किया गया था।
नागोया विज्ञान संग्रहालय और प्लैनेटेरियम - आइची, जापान
नागोया विज्ञान संग्रहालय, नागोया के साकाई में स्थित है। ये जापान के मध्य में है। बिल्डिंग को एक बड़ी सी बॉल का रूप दिया गया है। ये बॉल आयताकार धारकों और दुनिया के सबसे बड़े प्लैनिटेरियम के बीच में फंसाई गई है। इसे 35 मीटर प्रक्षेपण गुंबद के साथ सुसज्जित किया गया है। 2012 में प्लेनेटेरियम के निर्माण के साथ दुनिया के अन्य म्यूजियम्स को भी रेनोवेट करने का मन बनाया गया। बिल्डिंग के सबसे ऊपर के फ्लोर पर म्यूजियम बनाया गया है। इसके साथ ही इसमें अभी भविष्य की तकनीकी खोजों के लिए जगह को सहेज कर रखा गया है।
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