इन 10 दिव्‍यांगों की कहानी जानकर कभी हार नहीं मानेंगे आप
1. Stephen Hawking :
दुनिया के महान भौतिकशास्त्री स्टीफन हॉकिंग किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। फिजिक्स के क्षेत्र में स्टीफन हॉकिंग ने काफी काम किया है। ऑक्सफोर्ड में अपने अंतिम वर्ष के दौरान हॉकिंग अक्षमता के शिकार होने लगे। उन्हें सीढ़ियाँ चढ़ने और नौकायन में कठिनाइयों का समाना करना पड़ा। धीरे-धीरे यह समस्याएं इतनी बढ़ गयीं कि उनकी बोली लड़खड़ाने लगी। अपने 21 वें जन्मदिन के शीघ्र ही बाद, उन्हें Amyotrophic Lateral Sclerosis (ALS) नामक बीमारी से ग्रसित पाया गया। फिलहाल वह कुछ भी बोल या चल पाने में अक्षम हैं लेकिन सिर्फ दिमाग चलता है।

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2. Helen Keller :
हेलन केलर अमेरिका की मशहूर लेखक और एक्टीविस्ट थीं। हेलन केलर जन्म से अंधी और बहरी थीं। इसके बावजूद उन्होंने कभी हार नहीं मानी। हेलन पहली अंधी और बहरी महिला थीं जिन्होंने आर्ट्स में बैचलर डिग्री हासिल की थी।

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3. John Nash :
जॉन नेश अमेरिका के जाने-माने गणितज्ञ थे। जॉन का पिछले साल ही निधन हुआ था। जॉन paranoid schizophrenia बीमारी से ग्रसित थे। यह बीमारी सीधे दिमाग पर असर डालती है और पीड़ित के सोचने और महसूस करने के तरीकों पर प्रभाव डालती है। इसके बावजूद जॉन गणित के सवालों में डूबते गए। जॉन को जियोमेट्री और कैलकुलस का ज्ञाता माना जाता है।

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4. Christy Brown :
क्रिस्ट्री ब्राउन महान आइरिश लेखक थे। क्रिस्ट्री मस्तिष्क पक्षाघात (cerebral palsy) से ग्रसित थे। इसके बावजूद क्रिस्ट्री ने लिखना नहीं छोड़ा। वह पैरों से टाइप किया करते थे। यही नहीं क्रिस्ट्री को ऑटोबॉयोग्रॉफी 'My Left Foot' के लिए भी काफी सराहा जाता है।

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5. Demosthenes :
एथेंस के महान वक्ता डेमोस्थेंस का जन्म 384 बीसी में हुआ था। डेमोस्थेंस की स्पीच सुनने के लिए लोग घंटो खड़े रहते थे। उनकी बातें लोगों को बहुत प्रभावित करती थीं। लेकिन डेमोस्थेंस को stammer नामक बीमारी थी, यानी कि वह हकलाते थे। फिर भी दुनिया उन्हें महान वक्ता के रूप में पहचानती है।

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6. Vincent van Gough :
विन्सेंट वैन एक महान पेंटर थे। उनके द्वारा बनाई गई पेंटिंग्स लोगों के दिमाग से उतरनी नहीं थी। हालांकि जिंदगी के आखिरी पडाव में उनका दिमाग कमजोर होने लगा और वह डिप्रेशन में चले गए थे। इसके बावजूद उनका पेंटिंग्स बनाने का शौक कम नहीं हुआ।

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7. Beethoven :
जर्मनी के महान संगीतकार बीथोवेन के म्यूजिक की दुनिया दीवानी थी। हालांकि बीथोवेन जन्म से बहरे थे। इसके बावजूद उन्होंने एक से बढ़कर एक धुनें ईजाद की थीं।

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8. Frida Kahlo :
अक्सर आपने किसी दूसरे की पेंटिंग या पोट्रेट बनते देखा होगा। लेकिन मैक्िसको में रहने वाली महान चित्रकार फ्रीडा काहलो को अपनी पोट्रेट बनाने में महारत हासिल थी। वैसे आपको बता दें कि फ्रीडा पोलियो से पीड़ित थीं। फिर भी उनका पेंटिंग करने का शौक खत्म नहीं हुआ।

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9. Marla Runyan :
अमेरिका की मशहूर धावक मारला रुनयान 9 साल की उम्र में Stargardt’s Disease रोग से पीड़ित हो गई थीं। जिसके बाद उनके आंखों की रोशनी चली गई। इसके बावजूद मारला एक महान रनर और उन्होंने ओलिंपिक में भी हिस्सा लिया। मारला तीन बार महिला 5000 मीटर वर्ग में नेशनल चैंपियन भी रहीं।

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10. Sudha Chandran :
सुधा चंद्रन इंडियन एक्ट्रेस और क्लॉसिकल डांसर हैं। सुधा का जन्म केरल में हुआ था। वह जब 16 साल की थीं, तब एक दुर्घटना का शिकार हो गईं थी। डॉक्टर्स ने पैर का ऑपरेशन किया लेकिन घाव पूरी तरह से ठीक नहीं हो पाए। जो बाद में इंफेक्शन का कारण बना और सुधा को अपना एक पैर खोना पड़ा। सुधा ने इसे अपनी कमजोरी नहीं माना और नकली पैर की बदौलत एक बेहतरीन डांसर बनकर उभरीं।

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