भाई पढ़ रहे थे
इस महिला का नाम क्लेर पिस्सिउटो है। दरअसल वैश्विक मंदी के दौर में क्लेर हाई स्कूल में एडमिशन लेने वाली थी। लेकिन उनके पैरेंट्स ने उनकी पढ़ाई छुड़वाकर उनसे नौकरी करने के लिए कहा। वहीं क्लेर के भाइयों को आगे पढ़ने की इजाजत थी। उन्होंने बताया कि उनको ये बात बिल्कुल पसंद नहीं आती थी क्योंकि महिलाओं को भी पढ़ने का पूरा हक होना चाहिए।
जज्‍बा! 100 की उम्र में किया ग्रेजुएशन
सपना हुआ पूरा
पढ़ाई छूटने के बाद वो पर्दे सिलने वाली एक फैक्ट्री में दिहाड़ी पर काम करने लगीं थीं। लेकिन उनको पढ़ने की ललक थी। खाली समय में वो शब्दकोश और इनसाइक्लोपीडिया की मदद से कुछ न कुछ सीखती रहीं।
क्लेर ने बताया की वो शब्दों को ढूंढ़कर फिर खुद सीखने की कोशिश करती रहती थी। क्लेर की 59 साल की बेटी डिबेराह बताती हैं कि वो हमेशा से चाहती थीं कि उनकी मां अपना ग्रेजुएशन पूरी कर लें। अपनी इस ख्वाहिश के चलते एक दिन उन्होंने क्लेर को तोहफे में एक काले गाउन के साथ नॉर्थ रीडिंग पब्लिक स्कूल का डिप्लोमा उनके हाथ में थमा दिया।

Weird News inextlive from Odd News Desk

 

Weird News inextlive from Odd News Desk