RANCHI : लालपुर थाना क्षेत्र स्थित जेसी रोड में रहने वाले छात्र विवेक कुमार केशरी ने बीमारी से परेशान होकर सुसाइड कर लिया है। घटना शनिवार की सुबह करीब 11.30 बजे की है। वह जेसी रोड के एक हॉस्टल में अपने फुफेरे भाई प्रवीण कुमार केसरी के साथ रहकर चैम्पस इंस्टीट्यूट से इंजीनिय¨रग की तैयारी कर रहा था। विवेक बेसिकली हजारीबाग जिले के चौपारण थाना एरिया स्थित बीघा बाजार का रहने वाला था।

चार माह से रह रहा था

प्रवीण कुमार केशरी ने बताया कि दोनों पिछले चार माह से साथ में रहकर पढ़ाई कर रहे थे। विवेक गुरुनानक स्कूल के कक्षा 12वीं का स्टूडेंट था। शनिवार की सुबह गुरुनानक स्कूल रजिस्ट्रेशन फी जमा करने गया था। उस समय तक विवेक अपने कमरे में आराम से पढ़ाई कर रहा था। एक घंटे बाद घर लौटा, तो दरवाजा बंद मिला। आवाज लगाने पर कोई जवाब नही मिला। इसके बाद रस्सी की मदद से दरवाजा खुला, तो देखा कि विवेक रस्सी के सहारे लोहे की कुंडी से झूल रहा है।

थाने में यूडी केस दर्ज

हॉस्टल में एक छात्र द्वारा सुसाइड किए जाने की सूचना मिलने के बाद लालपुर पुलिस मौके पर पहुंची। इंस्पेक्टर रमोद कुमार सिंह ने कमरे से एक सुसाइड नोट बरामद किया। इसके बाद शव को कब्जे में कर पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेज दिया। इधर, पिता पिता सियाराम केशरी ने बेटे के सुसाइड किए जाने के बाबत लालपुर थाने में यूडी केस दर्ज कराया है।

एक साल पहले हुआ था ऑपरेशन

मिली जानकारी के मुताबिक, छात्र विवेक कुमार केशरी का एक साल पहले गोलब्लाडर का ऑपरेशन हुआ था। इस ऑपरेशन के बाद से उसके बॉडी की ग्रोथ रुक गई थी। ऐसे में अपने हेल्थ को लेकर वह काफी परेशान रह रहा था। बीमारी जब ठीक नहीं हुई तो तो उसने तनाव में आकर अपनी जान दे दी।

क्या लिखा है सुसाइड नोट में

'मां और पापा मुझे माफ कर देना। मैं यह कदम उठा रहा हूं और करता भी क्या। मुझसे अब और अधिक बर्दास्त नही हो सकता। मेरा धैर्य अब खत्म हो चुका है। मैं जानता हूं कि यह बीमारी बड़ी नही हैं, लेकिन मुझे काफी परेशानी होती है। इस कारण मैं पढ़ नहीं पाता हूं। मेरा शरीर दिन पर दिन गिरता जा रहा है। मुझे खाने का मन नहीं करता है। ऑपरेशन के बाद सब ठीक हो पायेगा, मगर ऐसी कुछ नहीं हो सका। जिंदगी बोझ की तरह हो गयी है। इसलिए मुझे अब जीने की इच्छा नहीं होती है.'