-अब तक चल रहे थे सात डिपार्टमेंट

- परिनियम संशोधन के लिए विद्या परिषद ने दी हरी झंडी

-गवर्नर हाउस से अनुमोदित होने के बाद होगा प्र5ावी

VARANASI

सेंट्रल काउंसिल ऑफ इंडियन मेडिसिन (सीसीआइएम) के मानक के अनुरूप अब राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय व हॉस्पिटल में अब 14 डिपार्टमेंट होंगे। संपूर्णानंद संस्कृत यूनिवर्सिटी की विद्यापरिषद ने परिनियम में संशोधन को हरी झंडी दे दी है। परिनियम में अब भी सात विभाग ही मान्य थे। जबकि कॉलेज में 14 विभाग पहले से ही संचालित हो रहा है।

राजभवन भेजा जाएगा प्रस्ताव

वीसी प्रो। यदुनाथ दुबे की अध्यक्षता में बुधवार को हुई विद्या परिषद ने परिनियम में संशोधन की संस्तुति प्रदान कर दी। इसके अलावा एमडी/एमएस पाठ्यक्रम को भी विद्या परिषद की मंजूरी मिल गई। सीसीआईएम से कॉलेज को रोग निदान, शल्य तंत्र व मौलिक सिद्धांत में स्नातकोलर पाठ्यक्रम संचालित करने के लिए इसी वर्ष से अनुमति मिली है। इसके क्रम में स्नातक स्तर के पाठ्यक्रम संशोधन के प्रस्ताव को भी विद्या परिषद ने स्वीकृति दे दी है। इसके तहत अब रोग निदान बीएएमएस में दूसरे वर्ष पढ़ाया जाएगा। पहले रोग निदान तीसरे वर्ष के विद्यार्थियों को पढ़ाया जाता था। वहीं दूसरे वर्ष पढ़ाया जाना वाला अगद तंत्र व विधि आयुर्वेद अब तीसरे वर्ष पढ़ाया जाएगा। कार्य परिषद की स्वीकृति मिलने के बाद परिनियम में संशोधन के लिए राजभवन प्रस्ताव भेजा जाएगा। राजभवन से अनुमोदित होने के बाद परिनियम में सात विभाग के स्थान पर 14 विभाग संशोधित माना जाएगा।