- कहीं स्वीपर तो कहीं होमगार्ड के सहारे दौड़ रही हैं फायर टेंडर्स
- एफएसओ, एफएसएसओ, लीडिंग फायरमैन और फायरमैन का भारी अभाव
- प्रदेश के कई फायर स्टेशन बिना फायर स्टेशन ऑफिसर के हो रहे संचालित
LUCKNOW : एक ड्राइवर दो गाडि़यां एक साथ चला सकता हैआप कहेंगे यह कैसे संभव है। पर, यूपी फायर सर्विस में नामुमकिन सी लगने वाली यह बात मुमकिन नजर आ रही है। दरअसल, यूपी फायर सर्विस के प्रदेश भर में 1430 वाहन उपलब्ध हैं जबकि, इन्हें चलाने के लिये ड्राइवर्स की संख्या महज 741 है। अब ऐसे में सवाल उठता है कि जो बाकी गाडि़यां सड़कों पर दौड़ रही हैं, उन्हें कौन ड्राइव कर रहा। यहां भी चौंकाने वाली जानकारी हाथ लगी है। ड्राइवर्स के अभाव के चलते कहीं यह गाडि़यां स्वीपर से चलवाई जा रही तो कहीं इन्हें अनट्रेंड होमगार्ड चला रहे हैं। बाकी पदों पर भी हालात बेहद खराब हैं। फायर स्टेशन ऑफिसर, सेकेंड ऑफिसर, लीडिंग फायर मैन व फायरमैन के भी भारी संख्या में पद खाली पड़े हैं। लेकिन, इनका पुरसाहाल लेने वाला कोई नहीं।
215 फायर स्टेशन 'लावारिस'
प्रदेश में वर्तमान में 286 फायर स्टेशन हैं। नियमत: फायर स्टेशन की जिम्मेदारी फायर स्टेशन ऑफिसर (एफएसओ) के कंधों पर होती है। उसी की निगरानी अग्निशमन का काम संचालित किया जाता है। पर, इन 286 फायर स्टेशन्स में से 227 को एफएसओ मयस्सर ही नहीं हो पा रहे। वजह भी साफ है। यूपी फायर सर्विस में एफएसओ के कुल 274 पद स्वीकृत हैं लेकिन, इस पद पर सिर्फ 59 अधिकारी ही मौजूद हैं। यानि कि 215 एफएसओ के पद खाली पड़े हुए हैं। दिलचस्प बात यह है कि इन सभी पदों के लिये भर्ती नहीं होनी बल्कि, इन्हें प्रमोशन से भरा जाना है। लेकिन, अधिकारियों के कान पर जूं ही नहीं रेंग रही।
अन्य पदों का भी बुरा हाल
यही हाल अन्य पदों पर का भी है। मानक के अनुसार एक फायर स्टेशन पर एक एफएसओ, 2 फायर स्टेशन सेकेंड ऑफिसर, 26 फायरमैन, चार हवलदार, चार ड्राइवर होने चाहिये। पर, हालात बेहद खराब हैं। फायर सर्विस में 211 सेकेंड ऑफिसर के पद पर सिर्फ 84, लीडिंग फायरमैन के 778 पदों के मुकाबले 598, फायर सर्विस ड्राइवर के 863 पदों के मुकाबले 741 और फायरमैन के 5004 पदों के मुकाबले 3461 कर्मचारी ही मौजूद हैं। प्रदेश की 22 करोड़ की आबादी के मुकाबले पहले से बेहद कम नियतन है वहीं, इनमें भी खाली पदों को लेकर अधिकारियों की चुप्पी मामले की गंभीरता को बढ़ाती मालूम पड़ रही है।
बॉक्स
हालात देख चौंक जाएंगे
प्रदेश के विभिन्न फायर स्टेशन के हालात की जानकारी जुटाने पर जो पता चला वह काफी चौंकाने वाला है। सीतापुर में 6 फायर स्टेशन में कुल 17 फायर मैन उपलब्ध हैं। यानि हर फायर स्टेशन पर यह संख्या तीन के करीब बैठती है। इसी तरह लखीमपुर खीरी में 6 फायर स्टेशन के बीच केवल दो ड्राइवर मौजूद हैं। अमेठी जिले में तो ड्राइवर के अभाव में स्वीपर फायर टेंडर ड्राइव कर रहा है तो खीरी व सीतापुर में एक भी फायर स्टेशन पर फायर स्टेशन ऑफिसर उपलब्ध नहीं है।
बॉक्स
फैक्ट फाइल
फायर स्टेशन 286
फोम टेंडर 28
वाटर बाउजर 38
टीआरवी/एंबुलेंस 79
जीप (जेटीवी) 351
होज लेइंग लॉरी 1
वाटर टेंडर टाइप एक्स 1
वाटर टेंडर ट्रक-बस 437
एरियल लेडर 1
हाइड्रॉलिक प्लेटफॉर्म 10
पोर्टेबल पंप्स 474