- धनतेरस पर बाजारों में सुबह से आधी रात तक हुई खरीदारी, टूटा बीते साल का रिकार्ड

-कस्टमर्स का रुख देख व्यापारियों में भी उत्साह, नोटबंदी और जीएसटी इफेक्ट बाजार से हवा

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यन्हृक्कक्त्र: धनतेरस पर बाजार में खूब धनवर्षा हुई। धनवर्षा का आलम यह रहा कि शाम को खरीददारी का मुहूर्त शुरू हुआ तो बाजारों में कदम रखने की जगह नहीं बची। इससे पहले सुबह से ही बाजारों में खरीददारी जोर पकड़ चुकी थी। खरीददारी के आंकड़ों पर गौर करें तो बीते साल से ज्यादा खरीददारी हुई, लेकिन ज्यादा जोर सर्राफा की बजाय ऑटोमोबाइल सेक्टर में दिखा। देर रात तक चले खरीददारी के दौर में कानपुराइट्स ने 1500 करोड़ से ज्यादा मार्केट पर न्योछावर कर दिए। इस धनवर्षा से नोटबंदी और जीएसटी दोनों का असर मार्केट से उड़न छू हो गया। खरीददारों की भीड़ देखकर व्यापारियों के चेहरे चमक उठे।

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अलग-अलग सेक्टर्स में इतनी खरीददारी

सर्राफा बाजार- 260 करोड़ (गोल्ड, बुलियन, डायमंड ज्वैलरी)

आटोमोबाइल सेक्टर- 370 करोड़

(टू व्हीलर्स, कार, सुपर लक्जरी कार, कार्मशियल वेहीकल्स )

इलेक्ट्रानिक बाजार- 150 करोड़

(इलेक्ट्रानिक कंज्यूमर डयूरेबल्स, स्मार्ट फोन )

बर्तन बाजार- 200 करोड़

(बर्तन, क्राकरी)

मिठाई व ड्राईफ्रूट- 80 करोड़

रियल इस्टेट- 150 करोड़ (अपार्टमेंट व प्लॉट )

फर्नीचर मार्केट- 90 करोड़

रेडीमेड मार्केट- 60 करोड़(कपड़ा बाजार व रेडीमेड शोरूम)

पटाखा व मूर्ति- 75 करोड़

ई गोल्ड व गोल्ड ईटीएफ- 120 करोड़