- गांव में 34 प्रतिशत तक बिजली होगी महंगी

- एक अप्रैल से यूपी बोर्ड में कॉमन सिलेबस

- सीबीएसई बोर्ड के पैटर्न पर होगी पढ़ाई

- आज से बदल जाएगी कूड़ा उठाने की व्यवस्था

यूपी बोर्ड के स्कूलों में सीबीएसई पैटर्न
दो अप्रैल से शुरू होने जा रहे नए वित्तीय वर्ष के साथ यूपी बोर्ड का नया सेशन भी शुरू होगा। इस बार प्रदेश सरकार ने यूपी बोर्ड के पाठ्यक्रम को देश के सेंट्रल बोर्ड सीबीएसई की तर्ज पर लागू कर दिया है। नए सेशन से यूपी बोर्ड के स्कूलों में सीबीएसई बोर्ड के पैटर्न के आधार पर पढ़ाई शुरू होगी। इसके लिए प्रकाशकों को सीबीएसई बोर्ड की किताबों को अपने स्तर पर प्रिंट कराने का आदेश दिया जा चुका है।

हाईवे पर आज से चलना पांच प्रतिशत महंगा
राजधानी से जुड़ने वाले तीन राष्ट्रीय राजमार्ग पर आना जाना एक अप्रैल से महंगा हो जाएगा। 31 मार्च रात 12 बजे के बाद नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया एनएचएआई ने टोल टैक्स में करीब पांच प्रतिशत की बढ़ोत्तरी कर दी है। छोटे-बड़े सभी वाहनों पर अब बढ़ा हुआ टोल लागू होगा। लखनऊ आने और लखनऊ से बाहर जाने वाले सभी वाहनों पर पांच प्रतिशत अधिक टोल देना होगा। यह टोल कानपुर हाईवे पर नवाबगंज, फैजाबाद हाईवे पर अहमदपुर, रोहिणी और रायबरेली हाईवे पर बने टोल पर देना होता है।

ड्राइविंग लाइसेंस के लिए अब एक फॉर्म
वहीं ट्रैफिक व्यवस्था के तहत आरटीओ विभाग ने शहर वासियों को एक अप्रैल से बड़ी राहत प्रदान दी है। अब ड्राइविंग लाइसेंस के लिए लोगों को पांच तरह के फॉर्म नहीं भरना होगा। अब बस एक ही फॉर्म से भरकर ड्राइविंग लाइसेंस से जड़े सभी काम करा सकते हैं। इसके लिए विभाग की ओर से आदेश भी जारी कर दिया है।

जून से नेपाल के लिए शुरू होगी बस सेवा
वही पहली बार राजधानी और प्रदेश के लोग नेपाल के लिए सीधी बस सेवा का आनंद उठा सकेंगे। यह सेवा जून में शुरू होगी। यह बस गोरखपुर के रास्ते नेपाल में दाखिल होगी। इसके लिए छह सौ रुपए किराया निर्धारित किया गया है।

घरों से कचरा उठाने की बदलेगी व्यवस्था
अप्रैल के पहले दिन से शहर में डोर टू डोर कचरा कलेक्शन की व्यवस्था बदलने जा रही है। इस दिशा में निगम की ओर से कदम भी बढ़ा दिए गए हैं। पहले जहां डोर टू डोर कचरा कलेक्शन का काम करने वाली ईकोग्रीन कंपनी के कर्मचारी मनमुताबिक तरीके से कचरा उठान का काम करते थे, वहीं अब निगम कर्मचारियों की ओर उनकी कार्यप्रणाली पर नजर रखी जाएगी। इसके साथ ही जोनल अधिकारी भी लगातार मॉनीटरिंग करेंगे कि उनके जोन में कितने घरों से कचरा उठ रहा है। हर सप्ताह की रिपोर्ट मेयर संयुक्ता भाटिया को दी जाएगी। खास बात यह भी है कि वार्ड के पार्षदों को भी कचरा कलेक्शन की मॉनीटरिंग की जिम्मेदारी दी गई है।

सिर्फ दस घंटे बिकेगी शराब
रविवार से प्रदेश में शराब की दुकानें सुबह बारह बजे से रात 10 बजे तक ही खुलेंगी। ध्यान रहे कि योगी सरकार ने विगत 24 जनवरी को सूबे में नयी आबकारी नीति लागू करने का ऐलान किया था। इसके साथ ही शराब के कारोबार में करीब पंद्रह सालों से जारी सिंडीकेट का सफाया भी हो गया था। प्रदेश सरकार ने नयी नीति में ज्यादा माल उठाने पर लाइसेंस रिनीवल में सहूलियतें देने का ऐलान भी किया था। प्रदेश में पहली बार ट्रैक एंड ट्रेस सिस्टम भी लागू होने जा रहा है जिससे शराब की कालाबाजारी पर रोक लग सकेगी। खास बात यह है कि रविवार से कोई भी व्यक्ति अपने डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, मोबाइल आदि से डिजिटल पेमेंट करके शराब खरीद सकता है। यह भी तय हुआ है कि सार्वजनिक स्थानों के आसपास शराब की बिक्री नहीं होने दी जाएगी।