- कई काम अभी भी पड़े हुए हैं आधे से ज्यादा अधूरे

- बिजली के खंभों का काम भी नहीं हो सका पूरा

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LUCKNOW: सिटी में पावर सप्लाई को सुधारने के लिए दो सौ करोड़ रुपये खर्च हो गये, लेकिन बिजली में कोई सुधार नहीं हुआ। कहने को ख्0 किलोमीटर तक एलटी लाइन के ओवर हेड वायर चेंज कर दिये गये हैं, लेकिन आधे से अधिक शहर में काम अभी भी अधूरा है।

भ्0 किमी तक तार बदलने का टार्गेट

राजधानी में जर्जर तारों को बदलने के लिए पचास किलोमीटर तक का वायर चेंज करने का टार्गेट रखा गया है। लेसा के चीफ इंजीनियर शमीम अहमद की बातों पर भरोसा करें तो अब तक लगभग भ्0 परसेंट काम कम्प्लीट किया जा चुका है। टार्गेट पूरा करने के लिए जनवरी तक का समय दिया गया था।

खुले तार की जगह एबीसी वायर

दरअसल, बिजली चोरी रोकने के लिए लेसा डिपार्टमेंट ने खुले तार की जगह एबीसी (एरियल बंच कंडक्टर) वायर लगाने का फैसला किया था। यानी ऐसा वायर जिस पर कटिया फंसाने की संभावना नहीं के बराबर होती है। इसके लिए अलग से बजट की भी डिमांड की गयी थी।

बदले जा रहे हैं तार

सिटी में तारों को बदलने के लिए नवम्बर तक टाइम दिया गया था। इसके लिए सबसे पहले ओल्ड सिटी के उन एरियाज में तार चेंज करने थे जहां वायर पर लोड सबसे अधिक है।

मेंटेनेंस के लिए क्80 करोड़ रुपये

पिछले बजट सेशन में लेसा को क्80 करोड़ रुपये बिजनेस क्लास फंड में दिये गये थे। इसको दो पार्ट में किया गया है। पहले बिजनेस डेवलपमेंट फंड जिसके लिए क्ब्0 करोड़ रुपये और दूसरा जर्जर तार और खम्भों को चेंज करने के लिए ब्0 करोड़ रुपये दिये गये थे।

ट्रांसफारमर्स के लिए ख्भ् करोड़ रुपये

इसके अलावा एमडी पावर कार्पोरेशन एपी मिश्रा ने लेसा को लोड को डिस्ट्रिब्यूट करने के लिए और मौजूदा ट्रांसफार्मर का लोड कम करने के लिए ख्भ् करोड़ रुपये आवंटित किये थे। इससे भ्0 ट्रांसफार्मर ख्भ्0 केवी के और भ्0 ट्रांसफर म्फ्0 केवी के लगाये जाने थे। लेकिन डिपार्टमेंट यह बताने से कतरा रहा है कि कहां कहां नये ट्रांसफार्मर इंस्टाल किये गये हैं।