GORAKHPUR: शहर में फर्जी एजेंसी खोलकर बेरोजगारों को विदेश भेजने पर रोक नहीं लग पा रही है। फर्जी एजेंट्स के चक्कर में पड़कर गोरखपुर मंडल के 20 से अधिक युवक मलेशिया में फंस गए हैं। टूरिस्ट बीजा का हवाला देकर मलेशिया की पुलिस ने युवकों को जेल में ठूंस दिया है। कमाने गए युवकों के जेल में बंद होने की सूचना से उनके परिजन परेशान हैं। युवकों को झांसा देकर विदेश भेजने वाले एजेंट्स अब उनके परिजनों को मदद का आश्वासन देकर टालमटोल में लगे हैं। एसएसपी का कहना है कि इस तरह की गतिविधियों को अंजाम दे रहे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। फर्जी तरीके बेरोजगारों को ठगने वाले एजेंट्स कतई बख्शे नहीं जाएंगे।

 

तलाश रहे थे रोजगार, पहुंच गए जेल

फर्जी तरीके से एजेंसी चलाने वाले एजेंट्स के चक्कर में गोरखपुर, देवरिया और बिहार से मलेशिया गए युवक फंस गए हैं। नवंबर में मलेशिया पहुंचे युवक रोजगार की तलाश में नाटक रहे थे। तभी पुलिस ने उनको पकड़कर जांच की। मलेशियाई पुलिस ने सभी से मैजिक कार्ड दिखने को कहा। लेकिन युवक कोई कागज नहीं दिख सके। इसलिए पुलिस ने सभी युवकों को अरेस्ट कर लिया। उनकी गिरफ्तारी की सूचना घर पहुंची तो परिजन परेशान हो गए। परिजनों का कहना है कि मैजिक कार्ड के अभाव में मलेशिया पुलिस युवकों को सात माह के लिए भेज चुकी है। इनमें हर युवक का विदेश जाने में कम से कम 80 हजार रुपया खर्च हुआ है। पकड़े गए युवकों को एजेंट्स ने सैमसंग कंपनी में काम दिलाने का भरोसा दिलाया था। युवकों के परिजनों ने विदेश मंत्रालय को पत्र भेजकर कार्रवाई की गुहार लगाई।


कहीं मत दर्ज कराइए शिकायत

मलेशिया में फंसे युवकों के परिजन कार्रवाई के लिए भटक रहे हैं। पुलिस में शिकायत होने के पहले एजेंट ने परिजनों से संपर्क साध लिया। युवकों के परिजनों को हर संभव मदद का आश्वासन देकर एजेंट मामले को टरकाने में लगा है। एजेंट् ने पीडि़तों को आश्वासन दिया है कि वह मलेशिया में बंद युवकों को हर हाल में छुड़ा लेगा। इसके अलावा वह कोई ऐसी व्यवस्था बनाएगा जिससे युवकों को वापस भरत ले आया जा सके। एजेंट के चक्कर में फंसे पीडि़त परिवार पुलिस अधिकारियों से शिकायत दर्ज कराने से बच रहे हैं।

 

टूरिस्ट बीजा के नाम पर चलता खेल

विदेश में अच्छी नौकरी का सब्जबाग दिखकर जालसाज ठगी करते हैं। विदेश जाने वाले युवकों से मोटी रकम लेकर एजेंसी चलाने वाले वर्किंट बीजा दिलाने का एग्रीमेंट कराने की बात करते हैं। लेकिन बाद में विदेश भेजते समय एजेंट्स युवकों को टूरिस्ट बीजा थमाकर रवाना कर देते हैं। विदेश में पहुंचने के बाद इस बात की जानकारी युवकों को होती है कि वे ठगी के शिकार हो चुके हैं। पुलिस से जुड़े लोगों का कहना है कि टूरिस्ट बीजा सिर्फ घूमने-फिरने के लिए होता है। वर्किंग बीजा होने पर किसी देश में नौकरी, रोजगार मिल सकता है।

 

मेडिकल जांच, फिटनेस में गोलमाल

विदेश भेजने की अधिकृत एजेंसियों के बारे में किसी को कोई जानकारी नहीं रहती। जहां-तहां खुले सेंटर पर पहुंचकर लोग विदेश जाने के लिए आवेदन कर देते हैं। युवकों की पंसद की नौकरी के हिसाब से एजेंसी संचालक ट्रेनिंग भी कराते हैं। ड्राइवर, कारपेंटर फीटर, इलेक्िट्रीशियन सहित अन्य ट्रेड की जानकारी देने के बदले में अच्छी रकम लेकर सिर्फ सर्टिफिकेट इश्यू किया जाता है। फॉरेन जाने वाले युवकों के मेडिकल टेस्ट में फिटनेस सर्टिफिकेट दिलाने के बदले भी मनमानी रकम वसूली जाती है.

 

ये बरतें सावधानी:

विदेश भेजने के नाम पर तमाम फर्जी एजेंसियां काम कर रही है।

विज्ञापन निकालकर एजेंसियां लोगों को अपने जाल में फंसाती हैं।

ऐसी एजेंसियों में संपर्क करने के पहले पूरी तरह से पड़ताल कर लें।

ज्यादातर एजेंसियों के संचालक मुंबई, कोलकाता और दिल्ली के एजेंट्स जुड़े होते हैं।

किसी तरह का शक होने पर लिखित रूप से पुलिस अधिकारियों से शिकायत दर्ज कराएं।

विदेश के नियम और कानून के संबंधों में पूरी पड़ताल कर लें। ताकि वहां फंसने का खतरा न रहे।

 

हाल में सामने आए बड़े मामले

क्क् सितंबर 2017: राजघाट एरिया के अमरुदमंडी में फर्जी तरीके से विदेश भेजने का इंटरव्यू ले रहे दो लोगों को एसटीएफ ने अरेस्ट किया था। उनके पास से क्30 पासपोर्ट, पांच मोबाइल फोन और प्रिंटर मिले थे। वे युवकों को जाल में फंसाकर फर्जी तरीके से तैयार बीजा और एग्रीमेंट थमा देते थे।

 

12 जुलाई 2017: गोरखपुर, महराजगंज, कुशीनगर सहित कई जिलों के युवकों से ठगी करने वाले पासपोर्ट माफिया श्यामदेउरुवा थाना की पुलिस ने अरेस्ट किया था। उसके 2िालाफ शिकायत पर होने पर केस दर्ज करके पुलिस ने ढाई हजार का इनाम जारी किया था।

 

11 फरवरी 2017: कैंट एरिया के स्टेशन रोड के होटल में विदेश भेजने की एजेंसी चलाने वाले बिहार के दो लोगों को अरेस्ट किया। उनके पास से नकदी, फर्जी बीजा, जाली एग्रीमेंट पेपर, हवाई जहाज का टिकट बरामद हुआ था।

 

30 सितंबर 2016: तारामंडल एरिया में फर्जी कंपनी खोलकर एजेंट्स ने दो सौ से अधिक युवकों को झांसा दिया। हर युवक से 30 से 35 हजार रुपए की वसूली करके एजेंट्स फरार हो गए।

 

04 अप्रैल 2016: कैंट एरिया के रुस्तमपुर मोहल्ले में फर्जी एजेंसी खोलकर जालसाजों ने सात सौ युवकों से लाखों रुपए की ठगी कर ली। विदेश में 30 हजार रुपए प्रतिमाह वेतन दिलाने का झांसा देकर चूना लगा दिया। शिकायत होने पर पुलिस ने आरोपियों की तलाश शुरू की। आफिस में काम करने वाली दो युवतियों से पूछताछ में कोई सुराग नहीं मिल सका।

 

वर्जन

शहर में विदेश भेजने की एजेंसी खोलकर कारोबार कर रहे लोगों की जांच पड़ताल कराई जाएगी। फर्जीवाड़ा करने वालों के 2िालाफ तहरीर मिलने पर केस दर्ज कर गिरफ्तार किया जाएगा। बेरोजगारों को विदेश भेजने का झांसा देकर ठगी की जाती है। पूर्व में ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं।

आदित्य प्रकाश वर्मा, एसपी, नोडल अफसर पासपोर्ट जांच

Crime News inextlive from Crime News Desk