- पिछले से साल लगातार कटौती के कारण दो बार रुस्तमपुर में हुआ था हंगामा

- बरहुआं से रुस्तमपुर के लिए बिछायी जा रही थी 33 हजार वोल्ट की नई लाइन

GORAKHPUR: रुस्तमपुर एरिया को राहत देने के लिए एक साल पहले नई लाइन से जोड़ने की योजना अफसरों की लेटलतीफी की शिकार बन गई है। सब स्टेशन की क्षमता बढ़ाने के लिए वित्तीय वर्ष ख्0क्ख्-क्फ् में क्8 लाख रुपए की लागत से बरहुआं से रुस्तमपुर सब स्टेशन को नई लाइन से जोड़ने की योजना थी। योजना के अंतर्गत तीन माह में रुस्तमपुर सब स्टेशन से राप्तीनगर पुल तक काम भी हुआ। उसके बाद काम रुक गया। ठेकेदार का आरोप है कि जेई साहब समय न होने की बात कहते हैं, तो जेई कहता है कि ट्रांसमिशन से स्वीकृत नहीं मिलने से काम रुक गया है। इतना तो साफ है कि अफसरों और ठेकेदारों के बीच उस सब स्टेशन ले जुड़े ख्भ् हजार कंज्यूमर्स गेंद बन कर रह गए हैं।

ख्भ् हजार पब्लिक को मिल जाती राहत

अगर यह लाइन बिछ जाती तो रुस्तमपुर सब स्टेशन को एक्स्ट्रा बिजली मिलती। अभी तक बरहुआं सब स्टेशन से फ्फ् हजार वोल्ट की एक लाइन से सप्लाई होती थी। जिसके कारण अक्सर गर्मी में लोड बढ़ने से लाइन में फॉल्ट की संख्या बढ़ जाती थी। जिससे रुस्तमपुर सब स्टेशन से आजाद चौक, रानीबाग, साकेत नगर, बेतियाहाता, अलहदादपुर एरिया के ख्भ् हजार कंज्यूमर्स को कई कई दिन दिन तक अंधेरे में रहना पड़ता था। इस लोकल फॉल्ट के कारण पिछले साल दो बार रुस्तमपुर सब स्टेशन पर हंगामा हुआ था। हंगामे के चलते रुस्तमपुर के पार्षद संजय सिंह पर मुकदमा भी दर्ज हुआ था।

इस साल फिर हो सकती है प्रॉब्लम

सिटी के रुस्तमपुर और शाहपुर सब स्टेशन सबसे ज्यादा लोड रहता है। शाहपुर की क्षमता तो बढ़ा दी गई है, लेकिन रुस्तमपुर सब स्टेशन क्षमता अभी तक नहीं बढ़ी है। रुस्तमपुर के जेई संतोष चौधरी का कहना है कि इस साल भी सब स्टेशन ओवर लोड की प्रॉब्लम से जूझ रहा है। यही वजह है कि इस साल भी यहां लोकल फॉल्ट की आशंका है। लोकल फॉल्ट की वजह से ही पब्लिक का आक्रोश फूटता है और हंगामा होता है।

ट्रांसमिशन में कुछ गड़बड़ी के कारण काम रुका हुआ है। अब ट्रांसमिशन की स्वीकृत दे दी गई है। जल्द ही काम शुरू हो जाएगा।

-आशीष मिश्रा,

जेई, इलेक्ट्रिसिटी कॉर्पोरेशन