- रेलवे रोड पुलिस ने पकड़ा, पति के साथ करती थी नशीले पदार्थ की सप्लाई

- मेरठ के कान्वेंट स्कूलों के बाहर दुकानों-खोखों पर सप्लाई को कबूला

Meerut: वो महिला है और पुलिस आसानी से जामातलाशी नहीं लेती तो कहीं भी आने-जाने में रोकटोक भी कम से कम होती है। फन में माहिर बन्नो पति सलीम उर्फ भूरा के जेल में जाने के बाद काले कारोबार में कूद पड़ी। नशीले पदार्थो की तस्करी में हाथ आजमाने से शुरू हुई बन्नो की कहानी ड्रग्स माफिया तक पहुंची।

टारगेट थे स्कूली बच्चे

शनिवार को थाना रेलवे रोड पुलिस ने 3 लाख रुपये कीमत की स्मैक के साथ बन्नो को घर में ही धर दबोचा।

पति जेल में, संभाली धंधे की कमान

मेरठ के थाना रेलवे रोड पुलिस को उस समय एक बड़ी सफलता हाथ लगी, जब 3 लाख की स्मैक के साथ एक महिला को दबोच लिया गया। एसएसआई विनय कुमार के साथ एक मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने मछेरान के मोरगंज में छापामारी करते हुए बन्नो पत्‍‌नी सलीम उर्फ भूरा को उसके घर से गिरफ्तार किया। घर की तलाशी लेने पर पुलिस को स्मैक की पुडि़या बरामद हुई, जिनकी कीमत करीब ढाई लाख बताई जा रही है। बताया जाता है कि महिला का पति भी नशीले पदार्थो का धंधा करता था, जो फिलहाल जेल में है। पति के जेल में जाने के बाद महिला ने धंधे की कमान संभाल ली।

स्कूली बच्चे सॉफ्ट टारगेट

महिला से पूछताछ के बाद पुलिस स्मैक सप्लायरों के बारे में जानकारी हासिल करने में जुट गई है। वहीं महिला ने बताया कि वो मेरठ के प्रतिष्ठित कॉन्वेट स्कूलों के बाहर चिह्नित दुकानों और खोखों पर स्मैक की सप्लाई करती है। ड्रग एडिक्ट उसके कांट्रेक्ट में थे तो वहीं बड़े पैमाने में नौनिहालों को नशे में जद में धकेलने वाले माफिया उसके संपर्क में हैं। महिला ने शहर के कई ऐसे स्थानों के नाम लिए हैं जो ड्रग के अड्डों में नाम से चर्चित हैं।

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अंतरराष्ट्रीय बाजार में पकड़ी गई स्मैक की कीमत लगभग 3 लाख रुपये है। महिला को हिरासत में लेकर जेल भेजा जा रहा है। पूछताछ के आधार पर पुलिस कई अन्य ड्रग तस्करों की धरपकड़ की योजना बना रही है। स्कूलों के बाहर ड्रग सप्लाई की बात महिला ने कबूली है।

अनंगपाल ंिसह, इंस्पेक्टर, थाना रेलवे रोड

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कई बार उठ चुकी है आवाज

8.01.16-

सारथी के कार्यकर्ताओं ने डीआइजी मेरठ आशुतोष कुमार को सूचना दी थी कि कंकरखेड़ा के लाला मोहम्मदपुर में कबाड़ी नदीम की दुकान पर ड्रग्स बेचा जा रहा है। ये ड्रग्स और अन्य नशीली सामग्री स्कूली बच्चों को भी दी जाती है

20.12.15-

शास्त्रीनगर निवासी छात्रा के साथ ड्रग्स देकर सामूहिक दुष्कर्म की वारदात सुर्खियों में रही है। इसमें खुलासा हुआ था कि शहर में छात्राओं और युवतियों को ड्रग्स देकर उन्हें अपने जाल में फंसाया जा रहा और उनका यौन शोषण हो रहा है।

12,12,15-

'एक नामचीन पब्लिक स्कूल के बराबर में एक खोखे पर महिला नशीले पदार्थ बेचती है। संजय नगर के खाली मैदान में स्कूली बच्चे नशा करते हैं, सुनील गोरखा उन्हें स्मैक मुहैया करा रहा है।

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दम तोड़ गई मुहिम

शहर में बढ़ रही नशेखोरी के खिलाफ मुहिम छेड़ते हुए तत्कालीन डीआइजी आशुतोष कुमार ने स्वयं का सीयूजी नंबर 9454400214 और एक अन्य नंबर 9454402590 को शहर की जनता को देते हुए कहा कि कहीं भी नशाखोरी हो, हमें सूचित करें। डीआईजी की योजना उनके रेंज से जाते ही दम तोड़ गई। फिलहाल नशे का कारोबार मेरठ में जमकर फलफूल रहा है।