अल्बर्टो कोलासो जिन्हें 2009 में फीफा की एग्जीक्यूटिव कमेटी के कंट्रोवर्शियल इलेक्शन में ब्राइब एक्सेप्ट करने के चलते ऑल इंडिया फुटबाल फेडेरेशन जनरल सेक्रेटरी की पोस्ट से सस्पेंड कर दिया गया था, अब फीफा ने भी तीन साल के लिए करप्ट प्रैक्टिस के चार्ज में बैन कर दिया है. इस बैन के अकॉर्डिंग कोलासो फुटबाल से रिलेटेड किसी भी एक्टिविटी में पार्टिसिपेट नहीं कर सकेंगे. फीफा ने भी कोलासो को ब्राइब एक्सनप्ट करने का रिस्पांसिबल माना है.

कोलासो ने जीत की गारंटी देते हुए मोहम्मद बिन हम्माम से 23,000 डॉलर का कैश पेमेंट लिया था, जिनसे 2009 के इलेक्शन में एएफसी के करेंट चीफ बहरीन के शेख सलमान बिन इब्राहिम अल खलीफा को 23-21 से डिफीट मिली थी. इस इलेक्शन में दोनों कैंडीडेटस के सर्पोटर्स ने वोट बाईंग का चार्ज लगाया था. कोलासो पर फीफा की एथिक्स  कमेटी ने बैन लगाया है. उन पर यह बैन एशियन फुटबाल कांफिडरेशन के फॉरमर चीफ मोहम्मद बिन हम्माम से 2009 में फीफा एक्जिक्यूटिव कमेटी की सीट के इलेक्शन के कनेक्शन में मनी एक्सेमप्ट करने के लिये लगाया गया है. फीफा बिन हम्माम पर ऑलरेडी लाइफ टाइम बैन लगा चुका है.

फीफा ने सवालों का आंसर करते हुए बताया कि कोलाको उस टाइम इंडिया की साइड से इलेक्शन में पार्टिसिपेट करने वाले रिप्रेजंटेटिव के तौर पर आए थे. वोटिंग कुआलालम्पुर में हई थी, जहां उनपर करप्शन और ब्राइब के कई चार्ज लगे थे. ऑफीशियल वेबसाइट पर रिलीज किए गए स्टेटमेंट में कहा गया है कि फीफा एथिक्स कमेटी की हंस जोचिम एकर्ट के अंडर में हुई मीटिंग में एआईएफएफ के सस्पेंडेट जनरल सेक्रेटरी अल्बर्टो कोलासो को तीन साल के लिये नेशनल और इंटरनेशनल लेबल पर किसी भी तरह की फुटबाल रिलेटेड एक्टिविटी में पार्टिसिपेट करने से बैन करने का डिसीजन लिया गया है.

Hindi News from Sports News Desk

inextlive from News Desk