-कॉलेज मैनेजमेंट की अप्लीकेशन पर एआईसीटीई ने कॉलेज बंद करने को दी मंजूरी

-कई सालों से खाली रह जाती थी सीटें, कॉलेज चलाने को नहीं जुटा पा रहे थे फंड

- बंद होने वाले संस्थानों में एमबीए, बीटेक, बीआर्क जैसे कोर्स कर रहे थे रन

KANPUR: बीटेक, एमबीए की डिग्री वाले बेरोजगारों की बढ़ती फौज के कारण यूपी के प्रोफेशन कॉलेजों की हालत खराब होती जा रही है। इतनी बड़ी-बड़ी डिग्री के बाद भी नौकरी ने मिलने से स्टूडेंट्स का मोह ऐसे कॉलेजों से खत्म होता जा रहा है। हालात इतने खराब हो गए हैं कि यूपी के फ्ख् प्रोफेशनल कोर्स चलाने वाले कॉलेजों में ताला लग गया है। कॉलेज मैनेजमेंट की एप्लीकेशन पर अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) ने कॉलेज बंद करने की परमीशन दे दी है।

नहीं बचा था कोई रास्ता

जिन कॉलेजों में स्टूडेंट्स ने होने के कारण तालाबंदी कर दी गई है उनमें बीटेक, एमबीए, होटल मैनेजमेंट, आर्किटेक्चर जैसे डिग्री कोर्स रन कर रहे कॉलेज शामिल हैं। कॉलेज मैनेजमेंट की ओर से दी गई एप्लीकेशन में कहा गया था कि कॉलेज को चलाने के लिए उनके पास फंड नहीं है। ऐसे में बंदी के अलावा उनके पास कोई रास्ता नहीं बचा है। एआईसीटीई के नार्दन रीजन हेड मनोज कुमार तिवारी ने बताया कि चार महीने पहले फ्ख् प्रोफेशनल कॉलेजों के मैनेजमेंट ने न्यू एकेडमिक सेशन से कॉलेज बंद करने की लिए परमीशन मांगी थी। वाजिब कारण देखकर इन शैक्षणिक संस्थानों को बंद करने की परमीशन दे गई है।

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सीएसजेएमयू के संस्थानों की हालत भी खस्ता

सीएसजेएम यूनिवर्सिटी कैम्पस में प्रोफेशनल कोर्स चलाने वाले संस्थानों की हालत भी खस्ता है। ज्यादातर संस्थानों में सीटें खाली पड़ी हुई हैं। एंट्रेंस एग्जाम के जरिए जब सीटें नहीं भरीं तो यूनिवर्सिटी ने डायरेक्ट एडमिशन की भी कॉल ली लेकिन उसका भी कोई खास फायदा नहीं मिला। ऐसे में अगर यही हालात रहे तो इन संस्थानों में भी तालाबंदी की नौबत आ सकती है।

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इन कॉलेजों में लग गए ताले

कोर्स कॉलेजों की संख्या

आर्किटेक्ट क्

डिप्लोमा इंजीनियरिंग फ्

बीटेक इंजीनियरिंग 8

होटल मैनेजमेंट ख्

एमसीए ख्

एमबीए क्म्