RANCHI: एक कॉलर ने खुद को सिटी एसपी कौशल किशोर बता कर रांची के लालपुर थाने में पदस्थापित दारोगा योगेंद्र सिंह से 33 सौ रुपए का मोबाइल रिचार्ज करवा लिया। इस धोखाधड़ी का खुलासा तब हुआ, जब दारोगा के पास पैसे मांगने दुकानदार पहुंच गया। इस संबंध में दारोगा ने थाने में लिखित शिकायत की है।

क्या है मामला

बताया जाता है कि मंगलवार को लालपुर थाने में पदस्थापित दारोगा योगेंद्र सिंह थाने में थे। उसी वक्त उनके मोबाइल पर एक कॉल आया। कॉलर ने कहा कि मैं सिटी एसपी बोल रहा हूं। मैं किसी काम में बिजी हूं। इसलिए कुछ नंबर दे रहा हूं, उन पर 11-11 सौ रूपए का रिचार्ज करवा देना। योगेंद्र सिंह को उस समय कुछ समझ में नहीं आया। उसने थानेदार से कहा कि सिटी एसपी मोबाइल में रिचार्ज करने के लिए कह रहे हैं। इस पर थानेदार ने कहा कि कोई भी फोन आए रिचार्ज नहीं करवाना। फिर, उसके मोबाइल में कॉल आया और इस बार डांट-फटकार भी हुई। डांटने फटकारने की वजह से उसने बगल की दुकान में जाकर मोबाइल रिचार्ज करने को कह दिया। लालपुर थाने के दारोगा के कहने पर दुकानदार ने 33 सौ रुपए का मोबाइल रिचार्ज करवा डाला। बाद में दुकानदार जब पैसे लेने आया, तो खुलासा हुआ कि योगेंद्र सिंह ने मोबाइल रिचार्ज करवाया है।

09871996106 से था कॉल

योगेंद्र सिंह को 09871996106 से फोन आया था। जब पुलिस ने इसका लोकेशन ट्रेस किया, तो वह दिल्ली का नंबर निकला। उक्त नंबर किसी व्यवसायी गौरव बजाज के नाम पर है। उसके कहने पर जिन-जिन नंबरों पर रिचार्ज करवाए गए, वे नंबर्स जम्मू-कश्मीर समेत अन्य जगहों के हैं।

2014 में लोहरदगा पुलिस को भी ठगा था

21 मई, 2014 को मोबाइल रिचार्ज गिरोह ने लोहरदगा किस्को थानेदार को भी फोन कर हजारों रुपए के मोबाइल रिचार्ज करवाए थे। गिरोह के मेंबर ने बताया था कि फलां अफसर बोल रहे हैं, तुम्हारे एसपी, डीसी, एसी सबलोग यहां बैठे हुए हैं। पेशरार क्षेत्र में छापामारी करने जाना है। जल्दी से इन नंबरों पर पांच-पांच हजार रुपए के ईजी रिचार्ज करा दो।

साहब की आवाज नहीं पहचानना बनी मुसीबत

मोबाइल रिचार्ज कराने वाले गिरोह के चंगुल में साहब की आवाज नहीं पहचानने वाले कई कनीय पदाधिकारी इससे पहले भी फंस चुके हैं। गिरोह के शिकार राजधानी रांची, खूंटी समेत कई जिलों के कनीय पदाधिकारी हो चुके हैं। जो अधिकारी की न आवाज सुने हैं और न उनकी आवाज को पहचानते हैं, वे आसानी से ठगी के शिकार हो रहे हैं।