- आईआईटी में काउंसिलिंग के पहले दिन हुए 103 एडमिशन, सबसे ज्यादा आईआईटी दिल्ली और कानपुर में हुए एडमिशन

KANPUR: आईआईटी में काउंसिलिंग के पहले दिन कई राज्यों से स्टूडेंट्स शामिल हुए। पहले राउंड की काउंसिलिंग में जेईई एडवांस में बेहतरीन रैंक लाने वाले स्टूडेंट्स ही आए। जिनमें से क्0फ् ने काउंसिलिंग के लिए रजिस्ट्रेशन कराया। साथ ही एडमिशन के लिए अपनी पहली च्वाइस में आईआईटी दिल्ली व कानपुर को ही पहली प्राथमिकता दी। इन सभी स्टूडेंट्स के एडमिशन भी हो गए। जिसमें फ्ब् स्टूडेंट्स ने आईआईटी कानपुर को चुना। फ् जुलाई तक चलने वाली पहले राउंड की काउंसिलिंग में कानपुर की ज्यादातर सीटें भर जाने की संभावना है।

मैकेनिकल और सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग पसंदीदा ब्रांच

काउंसिलिंग में आए ज्यादातर स्टूडेंट्स की पसंदीदा ब्रांच सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग व मैकेनिकल इंजीनियरिंग बनी। इन ब्रांचेस की पढ़ाई के लिए बेहतरीन माने जाने वाले आईआईटी कानपुर और आईआईटी दिल्ली को ही ज्यादा प्राथमिकता मिली। इसके बाद आईआईटी बॉम्बे और आईआईटी खड़गपुर को बतौर च्वाइस स्टूडेंट्स ने भरा। काउंसिलिंग प्रभारी के मुताबिक फ् जुलाई तक चलने वाली काउंसिलिंग के पहले दिन कुल क्0फ् स्टूडेंट्स ने रजिस्ट्रेशन करा कर एडमिशन लिया है। सभी स्टूडेंट्स को अपने मूल दस्तावेजों के साथ आना होगा।

-----------------------

इसकी फोटो पड़ी है बाहर नाम से

- इसको अलग बॉक्स में लगाएं

उधार की पढ़ाई से इंजीनियर बनेगा

झांसी में कपड़े की फेरी लगाने वाले राकेश कुमार की खुद की आर्थिक स्थिति भले ही कैसी हो लेकिन उनके बच्चे अब उनका नाम आगे बढ़ाएंगे। थर्सडे को आईआईटी कानपुर में अपने बेटे आयुष का एडमिशन कराने आए राकेश की दो बेटियां झांसी मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस कर रही हैं। आर्थिक रूप से बेहद कमजोर राकेश को अपने बेटे का एडमिशन कराने के लिए इलाके के ही लोगों से उधार लेकर आना पड़ा। क्योंकि उन्हें भरोसा है कि बेटियों की तरह अनुज भी उनके हालात बदल देगा। अनुज की जेईई एडवांस में फ्ब्भ्भ् रैंक आई थी। उसने यूपी बोर्ड की इंटरमीडिएट परीक्षा इसी साल 8क्.म् परसेंट नंबर्स के साथ पास की। इससे पहले जवाहर नवोदय विद्यालय में पढ़ कर क्0वी में क्0 सीजीपी स्कोर किया था। अनुज ने आईआईटी कानपुर में ही एडमिशन लिया है।