- पैदल राजित मिश्रा, डॉक्टर है हरीराम

- पांचवीं पास अशोक भी आजमाएंगे किस्मत

GORAKHPUR : गोरखपुर लोकसभा क्षेत्र से आखिरी दिन तीन लोगों ने नामांकन किया। राष्ट्रीय अपना दल के प्रत्याशी डॉ। हरीराम निषाद को समय खत्म होने के फेर में दौड़कर रिटर्निग ऑफिसर के कमरे में पहुंचना पड़ा। हरीराम अपने प्रस्तावकों के साथ कलेक्ट्रेट गेट से भीतर पहुंचे। तभी किसी ने कहाकि जल्दी जाइए वरना तीन बजे जाएगा और आप पर्चा दाखिल नहीं कर पाएंगे। इतना सुनने के बाद वह दौड़कर रिटर्निग ऑफिसर के कमरे में पहुंचे। तब सहायक रिटर्निग ऑफिसर अमित किशोर ने उनको आराम से आने को कहा। हरीराम निषाद ने बताया कि उनको मानद उपाधियां मिली हैं। जब तक आंखें साथ देंगी तब तक वह पढ़ाई करते रहेंगे। चंद्रिका के पास क्0 हजार कैश, दो बाइक एक ब्0 हजार और दूसरी क्म् हजार की है। उनके पास ख्0 लाख का मकान और पत्‍‌नी के पास एक लाख के जेवर हैं।

साइकिल वाले हैं निर्दल अशोक

आखिरी दिन निर्दलीय उम्मीदवार अशोक कुमार ने भी पर्चा दाखिल किया। पांचवीं पास अशोक के पास ब्0 हजार नकद है। उनके पास व्हीकल के नाम पर महज एक हजार रुपए की साइकिल है। पत्‍‌नी की ज्वेलरी, नकदी सहित अशोक के पास कुल छह लाख 99 लाख की प्रॉपर्टी है।

आध्यात्मिक चिंतक हैं राजित मिश्र

लखनऊ के इटौंजा निवासी राजित मिश्र पॉलिटिकल साइंस के स्टूडेंट्स रहे हैं। नैतिक पार्टी के उम्मीदवार राजित के पास म्0 हजार कैश सहित कुल म्भ् हजार भ्00 रुपए की प्रापर्टी है। इनकी पत्‍‌नी के पास फ्0 हजार कैश, बैंक में 7क्फ्0 रुपए, क्भ् हजार की एनएससी, 90 ग्राम ज्वेलरी कीमत ख् लाख म्0 हजार सहित तीन लाख क्फ् हजार की कुल चल संपत्ति है। आध्यात्मिक चिंतक राजित के पास अपनी कोई जमीन और व्हीकल नहीं है। ये पूरी तरह से श्रद्धालुओं पर आश्रित हैं। ऐसा इन्होंने अपने नॉमिनेशन एफिडेविट में बताया है।

निरंजन को पड़ी रिटर्निग ऑफिसर की डॉट

बुधवार को नॉमिनेशन फाइल कर चुके निरंजन प्रसाद के प्रस्तावक का हस्ताक्षर नहीं था। इसलिए उनको थर्सडे को बुलाया गया। सुबह ही अपने प्रस्तावकों जिसमें दो महिलाएं शामिल हैं के साथ निरंजन गोरखपुर के रिटर्निग ऑफिसर के कमरे में पहुंचे। वहां उनको बैठने के लिए कहा गया। लेकिन जब तीन बज गया तो उनके सब्र का बांध टूट गया। इस पर वह सहायक रिटर्निग ऑफिसर अमित किशोर से बहस करके अपना पर्चा फाड़ने को कहने लगे। तभी डीएम रवि कुमार एनजी आ गए। उन्होंने निरंजन को फटकारते हुए पर्चे की जांच के दौरान फ्राइडे को आने को कहा।

निराश लौट गए सुभाष मौर्य

लोकसभा चुनाव के लिए पर्चा दाखिल करने पहुंचे सुभाष मौर्य को समय समाप्त होने की वजह से निराश लौटना पड़ा। बताया जाता है कि एक दिन पहले वे नॉमिनेशन फाइल करने आए थे। लेकिन कई कॉलम खाली होने से उनको लौटा दिया गया। थर्सडे को दोबारा पहुंचे तो दोपहर के तीन बज चुके थे। इस वजह से लौटना पड़ा। वे मायूस होकर रिटर्निग ऑफिसर के कमरे से बाहर निकले। उन्होंने कहा कि वे पहले आ गए थे, लेकिन किसी ने उनकी सुधि नहीं ली।