PATNA:कहलगांव, बाढ़ एवं फरक्का बिजली घरों की एक-एक यूनिट के ठप हो जाने से सोमवार को सूबे में बिजली संकट अचानक गहरा गया। बिजली की किल्लत के कारण सेंट्रल पूल से राज्य को मिलने वाली बिजली में भारी कटौती कर दी गई। संकट का असर ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक देखा गया। हालांकि राज्य सरकार ने खुले बाजार से बिजली की खरीदारी कर आपूर्ति का प्रयास किया। सूत्रों के मुताबिक अगले कुछ दिनों तक बिजली की कमी का सामना करना पड़ सकता है। कोयले की कमी के कारण कांटी की यूनिट संख्या एक ख्8 अगस्त से बंद है। इसी तरह एनटीपीसी कहलगांव की यूनिट संख्या तीन को ख्ख् अगस्त को ही अगले फ्भ् दिनों के लिए मरम्मत कार्य के लिए बंद कर दिया गया था। इस बीच बाढ़ थर्मल की यूनिट चार को भी ख्म् को बंद कर दिया गया।

हजार मेगावाट कम बिजली मिली

सोमवार को फरक्का बिजलीघर से भी बिजली उत्पादन ठप हो गया। स्टेज तीन की यूनिट संख्या छह को क्यों बंद किया गया, इसकी वजह नहीं बताई गई। मगर इतने सारे यूनिटों के बंद हो जाने का असर बिहार की बिजली सप्लाई पर पड़ा। सोमवार को सेंट्रल पूल से बिहार को एक हजार मेगावाट कम बिजली मिली। राज्य के लिए निर्धारित फ्09ख् मेगावाट के केंद्रीय कोटे में से सिर्फ ख्0भ्8 मेगावाट ही मिल सका।