- तमाम स्कूलों ने नहीं दिया मेडेंटरी डिस्क्लोजर रिकॉर्ड।
- स्कूलों को मिली थी जनवरी तक मोहलत, अब होगी कार्रवाई
Meerut । सीबीएसई ने मेंडेंटरी डिस्क्लोजर के लिए स्कूल को 10 जनवरी तक का समय दिया था। देशभर के 18 हजार स्कूल में से कई स्कूलों ने अब तक डिस्क्लोजर फॉर्म पूरी तरह से नहीं भरा है। ऐसे स्कूलों की संख्या काफी अधिक है। जिन स्कूलों ने रिकॉर्ड नही भरा है उन पर कार्रवाई करने की तैयारी में सीबीएसई स्कूल्स को लास्ट बार एक सप्ताह का समय दिया है।
आंकड़ों की जुबानी
-18000 स्कूल हैं देश भर में सीबीएसई से संबंधित।
-25 फीसदी से अधिक देश भर के स्कूलों ने अभी तक नहीं दी जानकारी।
-13,500 स्कूलों ने बोर्ड को प्रोवाइड कर दी हैं सभी जानकारियां।
- 4500 स्कूलों के लिए जनवरी की गई थी डेडलाइन।
मेरठ का दूसरा नंबर
- मेरठ के 40 प्रतिशत स्कूलों ने नहीं माना आदेश।
- मनमानी में पटना नंबर वन, मेरठ का दूसरा नंबर।
(आंकड़े सीबीएसई की रिपोर्ट पर आधारित.)
ये देनी थी जानकारी
- स्टूडेंट्स, टीचर्स का डाटा तथा इंफ्रास्ट्रक्चर संबंधित जानकारी।
- सुविधा व उसके बदले लिए जाने वाले शुल्क की जानकारी।
- स्कूल का जीआईएस टैग्ड इमेज व वीडियो
- बैलेंस शीट
-टीचर्स की क्वालिफिकेशन व सेलरी
- ट्रांसपोर्ट सेफ्टी सर्टिफिकेट।
वर्जन
समय पर फीस, इंफ्रास्ट्रक्चर की जानकारी सबको देनी चाहिए। जिन्होंने नहीं दिया है उन्हें भी देनी चाहिए।
-राहुल केसरवानी, सहोदय सचिव
रिकॉर्ड भरा है, एक दो कॉलम्स है जिनके जवाब देने है। जल्द ही दे दिए जाएंगे।
-मधु सिरोही, प्रिंसिपल, एमपीजीएस
रिकार्ड भेजा गया था। लेकिन टेक्निकल प्रॉब्लम्स के चलते मेल वापस आ गई। जल्द दोबारा भेजी जाएगी।
-प्रेम मेहता, प्रिंसिपल, सिटी वोकेशनल स्कूल