RANCHI: झारखंड में बिजली की किचकिच खत्म होगी। बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार भी मिलने वाला है। जी हां, राज्य में क्ख्00 मेगावाट ग्रिड कनेक्टेड सोलर पावर प्लांट लगाने के लिए छह कंपनियों का चयन किया गया। इन कंपनियों द्वारा राज्य भर में ब्भ् जगहों पर प्लांट लगाए जाएंगे, जहां बड़ी संख्या में स्थानीय युवाओं को रोजगार मिलेगा। क्8 महीने में प्लांट लग जाएगा। यानी मई ख्0क्7 से सौर ऊर्जा मिलने लगेगी।

कहां, कितनी क्षमता का लगेगा प्लांट

-रिन्यू पावर द्वारा भ्00 मेगावाट क्षमता का सोलर पावर प्लांट लगाया जाएगा। तीन हजार करोड़ रुपए लागत आएगी। भ्0-भ्0 मेगावाट क्षमता के कुल क्0 सोलर पावर प्लांट लगाए जाएंगे। हजारीबाग, चतरा, पलामू में जगह चिन्हित किया जा रहा है।

-अडाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड कंपनी भ्0 मेगावाट का सोलर पावर प्लांट लगाएगी। संताल परगना के इलाके में प्लांट लगाने पर विचार चल रहा है। लगभग फ्00 करोड़ रुपए का निवेश होगा।

-चेन्नई की ओपीजी पावर जेनरेशन प्राइवेट लिमिटेड 99 मेगावाट,

-पुणे की सुजलॉन एनर्जी लिमिटेड क्भ्0 मेगावाट

-सनएडिशन सोलर पावर क्भ्0 मेगावाट

-गुड़गांव की एक्मे सोलर होल्डिंग्स प्राइवेट लिमिटेड भी भ्0 मेगावाट का पावर प्लांट लगाएगी।

पावर परचेज एग्रीमेंट की तैयारी

जिन एजेंसी को सोलर प्लांट लगाने के लिए सरकार ने सेलेक्ट किया है, उनके साथ झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड द्वारा पावर परचेज एग्रीमेंट किया जाएगा। एजेंसी द्वारा बिजली का प्रोडक्शन होने के बाद बिजली वितरण निगम को ही बेचना है।

7भ्00 करोड़ होगा इन्वेस्ट

ज्रेडा के निदेशक डीके तेवतिया बताते हैं कि जिन कंपनियों के साथ काम करने के लिए एग्रीमेंट किया गया है, उनके द्वारा राज्य में कुल 7भ्00 करोड़ रुपए का इन्वेस्टमेंट किया जाएगा। इतना इन्वेस्टमेंट राज्य में आने के बाद रोजगार के प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से बढ़ने की संभावना है। पूरे राज्य में करीब ब्भ् जगहों पर प्लांट लगना है। इन सभी जगहों पर लोकल लोगों को रोजगार मिलेगा।

म्000 एकड़ जमीन की जरूरत

कंपनियां खुद जमीन लेकर प्लांट लगाने की तैयारी कर रही है। किसी भी कंपनी ने सरकारी जमीन मांगने का प्रस्ताव नही दिया है। कंपनियों को खुद से जमीन खरीद कर उस पर प्लांट लगाना होगा। इसमें एक मेगावाट का प्लांट लगाने के लिए पांच एकड़ जमीन की जरूरत होगी, तो भ् मेगावाट का प्लांट लगाने के लिए ख्भ्0 एकड़ जमीन की जरूरत होगी। इस तरह क्ख्00 मेगावाट का प्लांट लगाने के लिए म्000 एकड़ जमीन की जरूरत पड़ेगी।

वर्जन

क्ख्00 मेगावाट ग्रिड कनेक्टेड सोलर पावर प्लांट लगाने के लिए ग्लोबल ईं-टेंडर जारी किया गया था। एजेंसी का चयन कर लिया गया है। इसके तहत राज्य में ब्भ् जगहों पर प्लांट लगाया जाएगा। प्लांट लगाने में क्8 महीने का समय लगेगा। इस तरह ख्0क्7 के मई से राज्य को सोलर पावर से बिजली मिलनी शुरू हो जाएगी।

-डीके तेवतिया, निदेशक, ज्रेडा