भारतीय वनडे टीम को अपना 23वां वनडे कप्तान मिल गया है। बीसीसीआई की चयन समिति ने आज जिंबाब्वे दौरे के लिए अजिंक्य रहाणे को टीम की कमान सौंपी है। सीनियर खिलाड़ियों को जिंबाब्वे दौरे के लिए आराम दिया गया है लेकिन इन हालात में अगर भारतीय वनडे टीम को सामने रखकर देखा जाए तो अब उसको किसी भी चीज की कमी हो सकती है पर कप्तान की नहीं।
नंबर वन के तौर पर टीम के नियमित कप्तान महेंद्र सिंह धोनी तो हैं ही, साथ में नंबर दो के तौर पर उपकप्तान व भविष्य के कप्तान के रूप में देखे जाने वाले विराट कोहली भी होंगे। इन दोनों के अलावा तीसरे नंबर पर सुरेश रैना भी भारतीय टीम की कमान संभालने का अनुभव हासिल कर चुके हैं जिस दौरान उनकी कप्तानी में भारत ने 12 में से छह मैच जीते और अब नंबर चार पर रहाणे को भी इसकी ट्रेनिंग मिल जाएगी। यानी कोई भी समस्या सामने हो लेकिन किसकी गैरमौजूदगी में कौन टीम की अगुआई करेगा, इसके बारे में अब चयन समिति को ज्यादा चिंता नहीं करनी पड़ेगी। इसके अलावा अगर आइपीएल में कप्तानी के अनुभव को जोड़ दें तो रोहित शर्मा के रूप में नंबर पांच कप्तान भी टीम में तैयार बैठा है।
कुछ साल पहले जब एक विदेशी दौरे में करारी हार के बाद महेंद्र सिंह धोनी की कप्तान पर सवाल उठे थे तो उन्होंदने एक खास बयान दिया था। माही ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा था कि मैं कप्तानी से हटने को तैयार हूं लेकिन तब तक नहीं हटूंगा जब तक कोई सही विकल्प नहीं तैयार हो जाता। उस समय विराट का भी शुरुआती दौर था और टीम में अनुभवी खिलाड़ियों की भी कमी थी लेकिन अब शायद वे ये बयान नहीं दे सकेंगे। हाल में बांग्लादेश दौरे पर वनडे सीरीज में मिली करारी हार के बाद धोनी ने ये तो कहा कि वो कप्तानी से हटने को तैयार हैं लेकिन इस बार उन्होंने ये नहीं कहा कि जब तक सही विकल्प नहीं मिल जाता, तब तक नहीं हटेंगे। क्यों कि विकल्पों के तौर पर तो आधी टीम रेडी है।
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