डॉ. कोटनीस की अमर कहानी
इस फिल्म में एक्टर वी शांताराम द्वारा निभाया गया डाक्टर का कैरेक्टर एक मिसाल है। इसमें एकदम अनुकूल रूप में दिखाया गया था कि कैसे एक डॉक्टर को अपनी ड्यटी निभानी चाहिए। इस फिल्म में दिखाया गया था कि डॉ कोटनिस (शांताराम द्वारा निभाया गया कैरेक्टर) अपनी जान की परवाह किए बगैर plague जैसी भीषण बीमारी को ठीक करने चीन जाते हैं।
आनंद
अपने फिल्मी करीयर में अमिताभ बच्चन ने कई बड़े राल निभाए होंगे, लेकिन आनंद फिल्म में उनके द्वारा निभाया गया डॉक्टर का रोल लोग आज भी याद करते हैं। इस फिल्म में वो अपने मरीज जो उनका दोस्त भी था, को बीमारी से ठिक करने की भरपूर कोशिश करते हैं। हजारों कोशिशों के बाद भी जब उनको मेडिकल क्षेत्र में कोई ईलाज नजर नहीं आता तो वो ट्रैक से हटकर और जगह इस बीमारी का ईलाज ढूंढ़ने निकल पड़ते हैं। अब आज के जमाने में भी ऐसे कई आनंद है जो अपने मरीज को स्वस्थ करने के लिए सारी हदें तोड़ देते हैं।
डॉक्टर की मौत
ये फिल्म 1991 में बनी थी। इस फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे एक डाक्टर मेहनत करके एक शोध करता है और उसको उसकी मेहनत का श्रेय तक नहीं दिया जाता। ये एक बेजोड़ पठकथा जिसमें डॉक्टर का जूनून दिखाया गया था।
खामोशी
नर्स के बिना मेडिकल प्रोफेशन की बात अधूरी है। इस फिल्म में वाहिदा रेहमान ने नर्स की भूमिका निभाई थी। इस फिल्म में दिााया गया था कि कैसे एक र्स अपने मरीज की सेवा करती है और कहीं ना कहीं उससे इमोशनली कनेक्ट भी हो जाती है। बहुत ही संचिदा ढ़ग से इस इस फिल्म में नर्स के रोल को दिखया गया था।
मुन्नाभाई एमबीबीएस
राज कुमार हिरानी कि इस फिल्म ने तों बॉक्स ऑफिस पर खलबली मचा दी थी। इस फिल्म में बताया गया था कि अगर एक डॉक्टर इमोशनल लेवेल प भी अपने मरीज से कनेक्ट होगा तो वो उसका बेहतर इलाज कर पाएगा। इसमें ये भी दर्शाया गया था कि सिस्टम चाहें कितना भी खराब हो जाएं एक डॉक्टर को प्रोफेशन के स्टार्ट में ली गई कसम को नहीं भूलना चाहिए।
Bollywood News inextlive from Bollywood News Desk
Bollywood News inextlive from Bollywood News Desk