बारिश का कहर

- डीएम के निर्देश पर राजस्व व कृषि विभाग तैयार कर रहे रिपोर्ट

- यमुना कटरी में चना, सरसो, मसूर व मटर का सर्वाधिक हुआ नुकसान

FATEHPUR: दो दिन की बारिश से तबाह हुए किसानों के लिए राहत भरी खबर यह है कि मुख्यमंत्री ने नुकसान का मुआवजा देने के लिए सर्वे के निर्देश दिए हैं। डीएम के निर्देश पर राजस्व व कृषि विभाग की टीमें गांव-गांव जाकर नुकसान की रिपोर्ट तैयार कर रही हैं। चार दिन में नुकसान का आंकलन शासन को भेजा जाना है। ढाई लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल में बोई गई फसलों में लगभग पांच सौ करोड़ की क्षति मानी जा रही है।

यमुना कटरी के किसान तो घर दाना न आने के संकट से रो रहे है। कटरी में फसले पक कर तैयार हो गई थी, ऐसे समय में बारिश हुई जब किसान दाना घर लाने की तैयारी कर रहा था। बताते हैं कि कटरी के दो सौ गांवों में चना व सरसों की फसल खेत में ही गिरकर बेकार हो गई है। खरीफ में ढाई लाख हेक्टेयर में फसले बोई गई थी। बेमौसम बारिश के कहर से गेंहू का दाना दे रहा पौधा हवा के झोकों से गिर गया है। किसानों का मानना है कि गेंहू की पैदावार में फ्0 फीसद तक की गिरावट आ जाएगी। दलहनी व तिलहनी फसलों में आधे से अधिक के नुकसान से किसान परेशान हैं।

जिलाधिकारी राकेश कुमार ने उपजिलाधिकारियों व कृषि विभाग को मंगलवार से ही नुकसान के सर्वे के लिए लगा दिया है। डीएम ने कहा कि चार दिन के अंदर विभाग रिपोर्ट दें। जिला कृषि अधिकारी रविकांत सिंह ने बताया कि ब्लाक स्तर पर बीज गोदाम प्रभारी व ब्लाक, सहायक तकनीकी को लगाया गया है।

मुआवजा की राशि तय

- शासन ने फसलों के नुकसान पर मुआवजा की राशि तय कर दी है। सिंचित क्षेत्र में पचास फीसद से अधिक नुकसान पर 9 हजार, व असिंचित क्षेत्रफल में ब्भ्00 रूपया देने का निर्णय लिया गया है। सर्वे टीमों को इसी मानक पर फसलों के नुकसान के आंकलन के निर्देश जारी किए गए है।

फसल - क्षेत्रफल - नुकसान

गेंहू -क्.7म् लाख हे.- ख्भ्-फ्0 प्रतिशत

मटर - क्ब्क्8 हे। - भ्0-म्0 प्रतिशत

मसूर - क्ख्क्फ् हे। - भ्0-म्0 प्रतिशत

अरहर - क्9ब्00 हे। - क्0 - ख्0 प्रतिशत

चना - ब्क्89म् हे। - ख्भ् -फ्0 प्रतिशत

आलू - भ्0,000 हे। - ख्0 - ख्भ् प्रतिशत