RANCHI: एक ओर जहां पहले से ही झारखंड की पांचों यूनिवर्सिटी में टीचर्स की भारी कमी है। वहीं, अगले साल 500 टीचर रिटायर हो जाएंगे। इसके बाद हायर एजुकेशन की स्थिति और भी बदतर हो जाएगी। रेगुलर क्लास के भी लाले पड़ जाएंगे।

31 दिसंबर से रिटायरमेंट शुरू

झारखंड की पांचों यूनिवर्सिटी में तीन साल बाद दिसंबर से ही टीचर रिटायर होने लगेंगे। इनकी लिस्ट रांची यूनिवर्सिटी समेत राज्य की पांचों यूनिवर्सिटी ने तैयार कर ली है। 31 दिसंबर से रिटायरमेंट शुरू हो जाएगा। पिछले तीन सालों से यूनिवर्सिटी के पीजी डिपार्टमेंट व कॉलेजों में काम कर रहे टीचर्सं की रिटारमेंट नहीं हो रही थी। क्योंकि दिसंबर 2012 में शिक्षकों के रिटायरमेंट की उम्र सरकार ने बढ़ा दी है। यूनिवर्सिटी टीचरों की सेवा उम्र 62 से 65 साल कर दी गई है। इसी कारण से तीन साल से एक भी टीचर रिटायर नहीं हुए।

पहले से 1500 पोस्ट खाली

झारखंड की पांचों यूनिवर्सिटी में 2016 दिसंबर तक लगभग 500 टीचर रिटायर हो जाएंगे। झारखंड की पांचों यूनिवर्सिटी में वर्तमान में टीचर्स के लगभग 1500 पोस्ट खाली हैं। फिलहाल कुल 5200 से 5400 टीचर्स सेवा दे रहे हैं। वहीं, खाली पड़े पदों का रोस्टर अब तक क्लीयर नहीं हो पाया है। इस कारण नियुक्ति नहीं हो पा रही है।

जेनरल क्लास पर भी संकट

टीचर्स की नियुक्ति प्रक्रिया जल्द शुरू नहीं की गई, तो क्वालिटी एजुकेशन तो दूर सामान्य क्लास चलनी भी मुश्किल हो जाएगी। इसके लिए यूनिवर्सिटी प्रशासन, हायर और टेक्निकल एजुकेशन डिपार्टमेंट और झारखंड लोक सेवा आयोग को नियुक्ति के लिए तेजी से काम करना होगा।

नियुक्ति में देरी के कारण

यूनिवर्सिटी के शिक्षकों की नियुक्ति के लिए यूनिवर्सिटी एक्ट में संशोधन की प्रक्रिया चल रही है। प्रस्ताव पर कैबिनेट ने स्वीकृति भी प्रदान कर दी है। इससे स्पेशल आर्डिनेंस लाने का रास्ता खुल गया है। प्रस्ताव को राजभवन से स्वीकृति मिलते ही लेक्चरर की नियुक्ति की बाधा दूर हो जाएगी। गौरतलब हो कि यूनिवर्सिटी एक्ट के अनुसार लेक्चरर की नियुक्ति से पहले झारखंड पात्रता परीक्षा पास करना जरूरी है। हालांकि, यूनिवर्सिटी एक्ट में संशोधन से जेट की अनिवार्यता खत्म हो गई है।