RANCHI : झारखंड में 58 फीसदी अफसर और कर्मचारी हिंदी की परीक्षा में फेल कर गये हैं। हिंदी मे नोटिंग, ड्राफ्टिंग और लिखने-पढ़ने की सलाहियत के लिए राज्य के 9143 अफसरों और कर्मचारियों की परीक्षा ली गयी थी। इसमें 5301 लोग फेल घोषित हुए हैं। यह तब है, जब हिंदी भाषा को समृद्ध करने के लिए राज्य में बाकायदा एक राजभाषा विभाग है। नियमित रूप से हिंदी पखवारा, सप्ताह और दिवस मनाए जाते रहे हैं।

प्रोन्नति और वेतन वृद्धि पर असर

कार्मिक प्रशासनिक एवं राजभाषा सुधार विभाग ने गुरुवार को ऑनलाइन रिजल्ट जारी किया। विभाग की प्रधान सचिव निधि खरे ने रिजल्ट जारी कर बताया कि जिन अफसरों-कर्मियों ने इस परीक्षा में पास होने लायक नंबर हासिल नहीं किया है, उनकी वेतन वृद्धि और प्रोन्नति रुकेगी। दरअसल, राज्य सरकार ने यह नीति बनायी है कि हर अफसर और कर्मचारी को हिंदी में कामकाज की दक्षता साबित करनी होगी। इसके बिना सरकार किसी को भी न तो प्रोमोट करेगी और न ही उनकी सैलरी बढ़ेगी।

15 जनवरी को ली गई थी परीक्षा

हिंदी में तीन कोटियों की परीक्षा 15 जनवरी को विभिन्न प्रमंडल व जिला मुख्यालयों में आयोजित की गई थी। परीक्षा का परिणाम विभाग की वेबसाइट पर उपलब्ध है। इसमें तीन कोटियों की हुई परीक्षा। कुल 9,143 सरकारी सेवक शामिल हुए थे। इनमें 3,842 कर्मी उत्तीर्ण हुए, जबकि 5,301 फेल हो गए।