PATNA: पटना के डाकबंगला चौराहे पर भीख मांगते पकड़े गए म् बच्चों को समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित खुला आश्रय में भेजा गया है। पटना के डीएम ने डाकबंगला चौराहे के भ्रमण के दौरान इन बच्चों को भीख मांगते देखा तो ये निदेश दिया, जिसके बाद बाल संरक्षण पदाधिकारी के नेतृत्व में पहुंचे दल ने डाकबंगला चौराहे से छह बच्चों को बाल आश्रय पहुंचाया। इन बच्चों ने पूछताछ में बताया कि इनके मां-बाप ही इन्हें भीख मांगने को मजबूर करते हैं। अब इन बच्चों के साथ-साथ उनके परिवार की भी की कॉन्सेलिंग की जाएगी। बच्चों और उनके परिवार को शिक्षा से जोड़ने के साथ समाज की मुख्यधारा में लाने का प्रयास भी किया जाएगा। जिला प्रशासन ऐसे बच्चों का नामांकन विद्यालय में करवाएगा। पटना डीएम संजय अग्रवाल ने कहा कि चौक-चौराहों पर बच्चाें द्वारा भीख मांगने से समाज और राज्य की छवि खराब हो रही है। डीएम ने लोगों से अपील की है ऐसे बत्तों को भीख देकर प्रेरित ना करें। डीएम ने बताया कि समाज कल्याण विभाग द्वारा जिले में दो खुला आश्रय संचालित हैं, एक एसपी वर्मा रोड में और दूसरा पटना सिटी के मीना बाजार में। इन आश्रयों में ऐसे बच्चो ं के लिए पर्याप्त व्यवस्था है। ऐसे बच्चों के बारे में खुला आश्रय के टेलिफोन नंबर 7म्भ्ब्97ख्ख्क्भ् तथा 7फ्0क्भ्ब्989फ् पर सूचना दी जा सकती है। जिला स्तर पर बाल संरक्षण पदाधिकारी इसके नोडल पदाधिकारी हैं, जिन्हें ऐसे बच्चों के संबंध में सूचना दी जा सकती हैं। इसके साथ ही डीएम ने स्थानीय थानाध्यक्ष और श्रम संसाधन विभाग के पदाधिकारियाें को निदेश दिया है कि चौक-चौराहों पर भीख मांगते बच्चों को तत्काल ''खुला आश्रय'' पहुंचाना सुनिश्चित करें।