RANCHI : पारा चढ़ने के साथ ही राजधानी को 24 घंटे बिजली देने के सरकार के दावों की भी बत्ती गुल होने लगी है। बुधवार को भी शहर के कई इलाकों में पांच से सात घंटे तक बिजली गुल रही। दरअसल, मेंटनेंस के नाम पर पिछले कुछ दिनों से लगातार बिजली कट का सिलसिला चलता आ रहा है। सुबह से रात तक कब बिजली चली जाएगी, यह कोई बता नहीं सकता। इतना ही नहीं, हर दिन की इस लोड शेडिंग ने राजधानी वासियों के सामने पानी की किल्लत भी पैदा कर दी है। चिलचिलाती गर्मी में घंटों तक बिजली गुल रहना लोगों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है।

अभी तो झांकी है, पूरी गर्मी बाकी है

अभी तो गर्मी शुरू ही हुई है। मई-जून में जब पारा चरम पर पहुंचेगा और उस दौरान अगर घंटों बिजली गुल रहेगी तो लोगों को होने वाली परेशानियों का सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है। दरअसल, गर्मी में पावर सप्लाई दुरुस्त करने के लिए बिजली विभाग ने जो प्लान बनाए हैं, वे हकीकत में फ्लॉप साबित हो रहे हैं। इसी का नतीजा है कि मेंटनेंस का बहाना बना चिलचिलाती धूप में घंटों बिजली सप्लाई बाधित की जा रही है। अगर बिजली विभाग का यही रवैया रहा तो इस गर्मी में बिन बिजली के रहने के लिए अपने को पूरी तरह तैयार कर लें।

केबुल पोल शिफ्टिंग का चल रहा काम

बिजली विभाग का कहना है कि पावर सप्लाई सिस्टम को दुरुस्त करने के लिए इन दिनों मेंटनेंस वर्क के साथ पोल शिफ्टिंग का काम चल रहा है। इसके अलावा केबुल भी बदले जा रहे हैं, जिस कारण ही पिछले कुछ दिनों से इलाके वाइज छह से आठ घंटे तक बिजली काटी जा रही है, लेकिन कुछ दिनों में पावर सप्लाई पूरी तरह सामान्य हो जाएगी। लेकिन, बिजली की मार झेल रहे लोगों का कहना है कि सालों भर बिजली विभाग का मेंटनेंस वर्क चलता रहता है। अब तो रात में भी घंटों बिजली काटी जा रही है। आखिर कब मेंटनेंस का काम पूरा होगा और शहर को 24 घंटे बिजली मिलेगी।

बिजली की मार, पानी के लिए हाहाकार

झुलसाने वाली गर्मी में घंटों तक पावर सप्लाई ठप रहने की मार पानी पर पड़ी है। बिजली के आने-जाने का समय पता नहीं चलने से लोग अपने घरों में पानी स्टॉक नहीं कर पा रहे हैं। इतना ही नहीं, वाटर सप्लाई पर भी इसका असर पड़ रहा है। घरों में सप्लाई वाटर नहीं पहुंच रहा है। ऐसे में कई इलाकों में पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है।

पंखे-कूलर-एसी बने शोपीस

घंटों तक बिजली सप्लाई बंद रहने के कारण लोगों का पारा भी तेजी से चढ़ रहा है। घर में लगे पंखे और कूलर भी बस शो पीस बन कर रह गए है। चिलचिलाने वाली गर्मी से बच्चों के साथ बुजगरें को भी काफी दिक्कते हो रही है। इस बीच कभी बिजली आ जाती है तो लोगों को राहत मिल जाती है, लेकिन घंटों बिजली गुल रहना उनकी परेशानियों को बढ़ाने के लिए काफी है।