PATNA : बिहार बोर्ड ने टॉपर्स घोटाले के बाद बड़ी कार्रवाई करते हुए जांच में दोषी पाए गए म्8 इंटर कॉलेज की मान्यता रद कर दी है। ये स्कूल संबद्धता के लिए जरूरी मानकों को पूरा नहीं करते थे। इसके अलावा क्9 स्कूलों की मान्यता निलंबित करते हुए उनसे जवाब मांगा है। जवाब संतोषजनक नहीं मिला तो इनकी मान्यता भी रद की जाएगी। इससे पहले पिछले महीने 9 स्कूलों की संबद्धता निरस्त की गई थी, इसकी सूची भी बोर्ड ने जारी की है। यह कार्रवाई दो वर्ष पहले संबद्धता पाने वाले फ्क् जिलों के ख्क्ख् स्कूल-कॉलेजों की जांच के बाद की गई है।

किन मानकों पर हो रही परख

जिन स्कूलों-कॉलेजों की संबद्धता पर संदेह हैं उन्हें क्8 मानकों पर परखा जा रहा है। इसके लिए हर जिले में एक टीम बनाई गई है। इसमें परीक्षा समिति के सदस्य भी शामिल हैं। मानकों में अग्निशमन, लाइब्रेरी, पुस्तकालय, शिक्षकों-कर्मचारियों की संख्या, खेलकूद का मैदान जैसे कई मानक शामिल हैं।

ऐसे खुली थी बिहार बोर्ड की पोल

इंटर की परीक्षा में साइंस और आ‌र्ट्स के टॉपर पर मीडिया में उठे सवालों के बाद जांच शुरू हुई थी। जिसके बाद बोर्ड ने एक्सपर्ट की एक टीम बनाई थी, जिसके सामने टॉपर्स को उपस्थित होना था। टॉपर्स एक्सपर्ट के सामने उनके सवालों का संतोषजनक उत्तर नहीं दे पाये थे, जिसके बाद दोनों टॉपर्स की गिरफ्तारी हुई थी। साथ ही उनके रिजल्ट को भी रद कर दिया गया था। फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद इस मामले की जांच एसआइटी के हवाले कर दी गई थी और बोर्ड के तत्कालीन अध्यक्ष और सचिव सहित करीब दो दर्जन लोग इस मामले में जेल में हैं। एसआइटी ने टॉपरों के अभिभावकों पर भी मुकदमा किया है।

पटना में इन इंटर कॉलेजों पर गिरी गाज

संबद्धता रद

त्रिमूर्ति उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, पुनपुन

मो। मोजिबुर रहमान उच्च माध्यमिक विद्यालय, बाढ़

बिहार विद्यापीठ उच्च माध्यमिक विद्यालय

संबद्धता निरस्त

सुमित्रा इंटर कॉलेज

बजरंग बली आशा देवी उच्च माध्यमिक विद्यालय