- फाइनेंशियल क्लोजिंग व सरकारी छुट्टियों की वजह से आठ दिनों तक लाखों एकाउंट होल्डर्स की बढ़ेगी मुसीबत

- 28 अप्रैल से 5 अप्रैल तक निकासी, चेक क्लियरिंग और आरटीजीएस समेत हजारों करोड़ के लेनदेन रहेंगे प्रभावित

- छुट्टियों से पहले ही लड़खड़ाने लगे शहर के 1150 एटीएम, बैंक खुलने के बाद तीन-चार दिनों तक रहेगी मुसीबत

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KANPUR : शहर के लगभग 7भ् लाख बैंक कस्टमर्स के लिए बेहद खास खबर है। बैंकिंग लेनदेन से जुड़े कामकाज आज (शुक्रवार) ही निपटा लीजिए। फाइनेंशियल क्लोजिंग व सरकारी छुट्टियों की वजह से आने वाले 8 दिन आम जनता के लिए बैंकों के दरवाजे बंद रहेंगे। पैसों की निकासी के लिए पब्लिक के पास एटीएम का ही सहारा रहेगा। हालांकि, बैंक अफसरों का दावा है कि एटीएम में कैश फ्लो की कमी नहीं होने दी जाएगी। मगर, ख्म् मार्च की शाम से ही विभिन्न सरकारी बैंकों के एटीएम धड़ाम होना शुरू हो गए।

ख्8 मार्च से भ् अप्रैल तक

बैंकों में छुट्टियों का सिलसिला ख्8 मार्च से शुरू होकर भ् अप्रैल तक चलेगा। इस दौरान पब्लिक के पास बैंकिंग लेनदेन के लिए ख्7 और फ्0 मार्च का ही दिन रहेगा। इन दो दिनों के अलावा बाकी सभी दिन बैंकों में आम जनता को मुसीबत झेलनी पड़ेगी। यूपी बैंक इम्प्लॉईज एसोसिएशन के डिप्टी सेक्रेटरी अनिल सोनकर ने बताया कि इनकम टैक्स, ट्रेड टैक्स और वैट आदि की वजह से फ्क् मार्च को बैंक में व्यापारियों की भीड़ उमड़ती है। इस कारण बैंकों में रात 9 बजे तक कामकाज होता है। जाहिर है व्यापारियों के काम की वजह से फ्क् मार्च को भी आम जनता का काम न के बराबर होगा। बताते चलें पहले फ्क् मार्च को फाइनेंशियल क्लोजिंग के कारण एक अप्रैल को बैंककर्मियों को छुट्टी दी जाती थी। मगर, अब यह नियम बदल चुका है। अब फाइनेंशियल क्लोजिंग एक अप्रैल को होती है और उसके अगले दिन बैंक कर्मियों को छुट्टी मिलती है।

7भ् लाख एकाउंट होल्डर्स की मुसीबत

शहर की ब्म् सरकारी-प्राइवेट बैंक्स में म्भ्0 ब्रांचेज में करीब 7भ् लाख सेविंग जबकि ख्भ् लाख कॉमर्शियल एकाउंट होल्डर्स हैं। इनमें सबसे ज्यादा खाते एसबीआई और पीएनबी में हैं। इन सभी कस्टमर्स के लिए शहर में कुल क्क्भ्0 एटीएम संचालित हैं। अनिल सोनकर के अनुसार सेविंग एकाउंट्स में क्रमिक इजाफा हो रहा है। पहले ही करीब 8.ख्भ् लाख कस्टमर्स को डेबिट-क्रेडिट कार्ड इश्यू किये गए हैं। जनधन योजना की वजह से कार्ड धारकों की संख्या में और ज्यादा इजाफा हो गया है। नियम है कि सरकारी बैंकों में छुट्टियों में आउटसोर्सिग से पैसा नहीं रखा जाता। जब ज्यादातर लोग एक अप्रैल को ही पैसा निकाल लेंगे। तब ख् और फ् अप्रैल को एटीएम खाली रहेंगे। ऐसे में पब्लिक के पास सिर्फ प्राइवेट बैंक्स के एटीएम का ही सहारा रहेगा। मगर, वह भी इस दौरान खाली हो चुके होंगे, क्योंकि उनके कस्टमर्स अपनी बैंक के एटीएम से पहले पैसा निकालेंगे।

हजारों करोड़ का लेन देन होगा प्रभावित

सिटी की सभी बैंक्स में रोजाना करीब क्,फ्क्0 करोड़ का फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन होता है। इनमें नकद निकासी, नकद जमा, आरटीजीएस, एनआईएफटी के अलावा अन्य लेनदेन शामिल हैं। जाहिर है इन 8 दिनों की बंदी के कारण करीब क्0 हजार करोड़ के बैंकिंग लेनदेन पर असर पड़ेगा। बंदी के बाद सबसे बड़ा लोड चेक क्लियरिंग का होगा। इसे नॉर्मल करने में फ्-ब् दिन का वक्त लगेगा। इस कारण खाताधारकों की मुसीबत बैंक खुलने के फ्-ब् दिन बाद तक जारी रहेगी।

नकद जमा : ख्ख्0 करोड़

बैंक काउंटर से नकद निकासी - क्म्0 करोड़

एटीएम से निकासी - ख्ब्0 करोड़

आरटीजीएस - ख्00 करोड़

चेक क्लियरिंग - ख्ब्0 करोड़

अन्य लेनदेन - ख्भ्0 करोड़

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कुल - क्फ्क्0 करोड़

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बैंक बंदी का लेखाजोखा -

ख्8 मार्च - रामनवमी

ख्9 मार्च - संडे

फ्क् मार्च - व्यापारियों का टैक्स जमा

क् अप्रैल - फाइनेंशियल क्लोजिंग की छुट्टी

ख् अप्रैल - महावीर जयंती

फ् अप्रैल - गुड फ्राइडे

ब् अप्रैल - सैटरडे हॉफ डे वर्किग

भ् अप्रैल - संडे

(नोट : किसी भी फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन के लिए सेविंग एकाउंट होल्डर्स के पास सिर्फ दो दिन ख्7 मार्च और फ्0 मार्च का दिन ही है.)

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वर्जन वर्जन

ø करीब आठ दिनों तक सेविंग बैंक एकाउंट होल्डर्स को प्रॉब्लम फेस करनी पड़ेगी। निकासी के अलावा सबसे ज्यादा मुश्किल चेक क्लियरिंग और आरटीजीएस को लेकर आएगी।

- अनिल सोनकर, डिप्टी सेक्रेटरी, यूपी बैंक इम्प्लॉईज एसोसिएशन

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