PATNA : राज्य में संविदा पर तैनात 80 हजार चिकित्साकर्मियों को सरकार बेरोजगार बनाने की तैयारी कर चुकी है। बुधवार को अफसरों के साथ हुई हाई लेवल की बैठक के बाद स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव आर के महाजन ने हड़ताली संविदा कर्मियों का वर्क कांटेक्ट समाप्त करने का निर्देश प्रदेश के सभी डीएम और सिविल सर्जन को दिया है। संविदा चिकित्सा कर्मी समान कार्य के लिए समान वेतन और सेवा स्थाई करने की मांग को लेकर हड़ताल पर थे जिससे स्वास्थ्य सेवा भी प्रभावित हो गई थी। ऐसे चिकित्साकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की तैयारी चल रही है।

एक नजर में जाने मामला

-प्रदेश में 80 हजार से अधिक चिकित्साकर्मी पिछले तीन दिनों से बेमियादी हड़ताल पर हैं।

-वह समान काम के लिए समान वेतन व स्थाई होने की मांग कर रहे हैं।

-स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव आरके महाजन ने बड़ा एक्शन लिया।

-अब संविदा पर नए चिकित्साकर्मी होंगे तैनात।

-कार्य बहिष्कार करने वाले चिकित्साकर्मियों का वेतन रोक दिया गया है।

-चिकित्साकर्मियों के वर्क कांट्रैक्ट को तत्काल खत्म करने का निर्देश।

-संविदा पर बहाल चिकित्साकर्मियों में डॉक्टर से लेकर नर्स, एएनएम समेत निचले स्तर के चिकित्साकर्मी शामिल हैं।

-हड़ताली चिकित्साकर्मी किसी भी अस्पताल की स्वास्थ्य सेवा प्रभावित करते हैं तो उनके खिलाफ संबंधित थाने में प्राथमिकी दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।