रविवार से दूरदर्शन और स्टार प्लस पर शुरू हुए 'सत्यमेव जयते' से पहले आमिर ख़ान ने इस कार्यक्रम का काफ़ी प्रचार-प्रसार किया था. ट्विटर पर इस कार्यक्रम की ख़ूब चर्चा रही है. भारत में सत्यमेव जयते, आमिर ख़ान, स्टार प्लस, कन्या भ्रूणहत्या और दूरदर्शन ट्रेंडिंग कर रहे हैं. यानि इनके बारे में सर्वाधिक लोग ट्वीट करके अपनी राय जाहिर कर रहे हैं.

ये शायद किसी भारतीय टीवी कार्यक्रम के बारे में ट्विटर पर ट्रैंडिंग का रिकॉर्ड जैसा है. टॉप दस ट्रैंडिंग विषयों में से सात इसी कार्यक्रम या आमिर खान के बारे में हैं.

अधिकतर प्रतिक्रियाएं सकारात्मक हैं लेकिन इस कार्यक्रम की व्यवासियक प्रकृति पर कुछ तल्ख़ टिप्पणियां भी की जा रही हैं.

हिंदी फ़िल्म जगत के आमिर ख़ान के साथी जैसे बोमन ईरानी, फ़रहान अख़्तर, कबीर बेदी और प्रीती ज़िंटा ने ट्वीट कर सत्यमेव जायते को सराहा है.


किसने क्या लिखा?


शबाना आज़मी ने ट्विटर पर लिखा है, "आमिर ख़ान का कार्यक्रम क्रांति ला सकता है. बढ़िया शोध जिसमें हर पहलू को टटोला गया है. ये कार्यक्रम हमारी भावुकता को छूता है और हमें पुनर्विचार करने पर मजबूर करता है. "

प्रीति ज़िंटा ने ट्वीट किया, "आमिर ख़ान का कार्यक्रम सत्यमेव जयते देख रही हूं जिसमें कन्या भ्रूणहत्या पर चर्चा हो रही है. मैं उनकी सराहना करना चाहूंगी और उन्हें एक महिला होने के नाते धन्यवाद देना चाहूंगी."

पूर्व पुलिस अधिकारी और सामाजिक कार्यकर्ता किरण बेदी ने भी कार्यक्रम की तारीफ़ करते हुए ट्वीट किया है, "आमिर ख़ान का टीवी धारावाहिक सत्यमेव जयते अच्छा चल रहा है..अब तक. ज़रूर देखें "

क्रिकेट कमेंटेटर हर्षा भोगले ने कार्यक्रम की तारीफ़ करते हुए लिखा, "कम से कम आमिर ख़ान वो काम कर रहे हैं जिसके बारे में हम सब सिर्फ़ बात ही कर पाते हैं."

मशहूर लोग तो सधी ही प्रतिक्रिया दे रहे हैं लेकिन आमलोग खुलकर समर्थन या आलोचना कर रहे हैं.

फेसबुक पर गर्म बहस

बांका राम गोदारा ने क्लिक करें बीबीसी हिंदी के फ़ेसबुक पन्ने पर लिखा है, "वास्तव में आमिर साहब द्वारा एक ज्वलंत मुद्दे को पेश किया गया है और हमें पूरा विश्वास है कि शीघ्र ही भारत भ्रष्टाचार के साथ साथ कन्या भ्रूणहत्या के विरुद्ध एक नया आन्दोलन छेड़े और महिलाओं की पारिवारिक सामाजिक राजनैतिक आर्थिक स्थिति को भी सम्बल प्रदान करे.

वहीं संदीप महतो ने ऐसी ही एक बहस में लिखा है, "बात कोई नई नहीं है..लोग इस शो को बस आमिर खान के शो के रूप में देखेंगे...ज्यादा से ज्यादा एक दो टीवी चैनलों पर इस पर चर्चा होगी और बात वहीं के वहीं रहेगी."

विनय पांडे लिखते हैं, "एक अत्यंत ज्वलंत मुद्दा है- इसे आमिर ने हवा दे कर समाज पर उपकार किया है... इसका कुछ तो असर समाज पर होगा ही."

बीबीसी हिंदी की वॉल पर लगे पोस्ट पर शिल्पा भरतिया लिखती हैं, "बात करने से बात बनती है...बात दिल पर लगी तो बात जरूर बनेगी...उनका जो कार्य है वो उसे बखूबी अंजाम दे रहे हैं..अब सोचना और करना हमारी जिम्मेदारी है कि आप उसे महज एक प्रोग्राम के रूप में देखकर भूल जाएँ या उसमें अपना सहयोग दे..हम दुनिया की जिम्मेदारी नहीं ले सकते पर खुद की जिम्मेदारी तो उठा सकते है..."

मगर इसी बहस में हिस्सा लेते हुए परवेज खान ने लिखा, "ऐसे स्क्रिप्टेड शो बहुत आए और गए. इनसे कुछ नहीं होने वाला ये सब TRP का खेल है. लोगों के नकली आँसू देखने से अच्छा है कि मैं डिस्कवरी चैनल देखूँ. दुष्यन्त कुमार का ये शेर थोड़ा बदल गया है- सिर्फ हंगामा खड़ा करना मेरा मकसद नहीं, TRP भी मिलनी चाहिए.."


'आमिर खान=सुपरहिट'

ट्विटर पर श्वेता सिंह लिखतीं हैं, "मेरा बच्चा सारे कार्यक्रम के दौरान टीवी के सामने हटा नहीं. बढ़िया कार्यक्रम जो हर आयुवर्ग को पसंद आएगा."

कुछ लोगों ने आमिर ख़ान इस कार्यक्रम के लिए ली गई फीस पर सवाल उठाए हैं लेकिन कुछ इस कथित मोटी रकम को जायज़ ठहरा रहे हैं.

इस्पिता साहा लिखतीं है, "मुझे लगता है कि अगर आमिर ख़ान अधिक पैसे भी ले रहे हैं तो ये ठीक है क्योंकि उन्हें मालूम है कि वो इस प्रोजेक्ट सफलतापूर्वक अंजाम दे सकते हैं. "

परिक्षित वाधवानी लिखते हैं, " ओपरा विनफ़्रे = आमिर ख़ान = सुपरहिट."

लेकिन कार्यक्रम की कमाई के बारे में ट्वीट करते हुए अविनाश भट्ट लिखते हैं, "मैं जानना चाहता हूं कि कार्यक्रम से कमाई का कितना हिस्सा कन्या भ्रूण हत्या को रोकने के लिए खर्च होगा."

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