पति पत्नी दोनो हैं दिव्यांग
इंदौर में एक सामूहिक विवाह सम्मेलन में एक अनोखा नजारा देखने को मिला जब शादी की रस्मों के दौरान दो दिव्यांगों ने एक दूसरे के प्रेम में पूरी तरह डूबे नजर आए। इस समारोह की सबसे चर्चित जोड़ी रायसिंह और श्यामा की रही। गंगा दशमी के दिन एक सामाजिक संगठन द्वारा आयोजित विवाह सम्मेलन में 60 जोड़ों ने विवाह के बंधन में बंध साथ जीने मरने की कसमें खाई। पवित्र अग्नी को साक्षी मान कर उन्होंने सात फेरे लेकर सात जन्मो तक एक दूसरे का साथ निभाने का वादा किया। समारोह का आयोजन रीजनल पार्क में किया गया था।

दुल्हन को बैसाखी पर देख दिव्यांग पति ने गोद में उठा कर लिए शादी के फेरे

गोद में उठा निभाई शादी की रस्मे
वरमाला के बाद जब रायसिंह ने अपनी जीवनसंगिनी को बैसाखी से चलता देखा तो उसने श्यामा को गोद में उठा लिया। उसके बाद वो उसे गोद में उठाकर ही बाकी रस्मों को निभाने के लिए चल पड़ा। रायसिंह ख़ुद भी एक दिव्यांग है। रायसिंह के ऐसा करने से श्यामा पहले तो थोड़ा घबरा गई पर  बाद में शरमाते हुए हसने लगी। थोड़ी देर बाद उसने रायसिंह से नीचे उतारने को बोला मगर वो उसे गोद में लेकर ही आगे बढ़ गया।

दुल्हन को बैसाखी पर देख दिव्यांग पति ने गोद में उठा कर लिए शादी के फेरे

खुशी में नम हुई हर आंख
यह देख एक और दुल्हे ने भी अपनी दुल्हन को गोद में उठा लिया। जोड़े को देखकर समारोह में शामिल सभी की आंखे खुशी से नम हो गईं। कुछ खिलखिलाकर हंस पड़े तो कुछ ने ताली बजाना शुरु कर दिया। इस समारोह में एक और दिव्यांग जोड़ा भी शादी के पवित्र बंधन में बंधा। समाज में जहां पति पत्नी आज के दौर में छोटी-छोटी बातों पर अपने वैवाहिक रिश्तों को खत्म कर डालते हैं वहां इस तरह के उदाहरण बहुत कम देखने को मिलते है। पति-पत्नी एक-दूसरे का सम्मान करके ही इस रिश्ते की मर्यादा को बनाए रख सकते हैं।

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