- दुर्घटना में घायल के तीमारदारों ने इमरजेंसी में किया हंगामा

- ओपीडी छोड़कर इमरजेंसी में पहुंचे चिकित्सक

FATEHPUR:

सीएचसी के हालात सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं, चिकित्सकों की कमी के कारण मरीज परेशान हो रहे हैं। मंगलवार को भी सिर्फ एक ही चिकित्सक द्वारा इमरजेंसी व ओपीडी करने से सीएचसी में अव्यवस्था हावी रही।

कागजों में छह डॉक्टर्स

सीएचसी (सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र) इस समय पूरी तरह से अव्यवस्था का शिकार है। कहने को तो यहां पर अधीक्षक समेत छह चिकित्सक हैं, लेकिन इन चिकित्सकों के प्रतिदिन न आने से व्यवस्था चौपट चल रही है। मंगलवार को एक बार फिर दुर्घटनाओं के कई मामले आए थे। आयुष चिकित्सक डॉ। पंकज अवस्थी अकेले ही इमरजेंसी व ओपीडी देखते रहे।

इमरजेंसी में हुआ हंगामा

ओपीडी में अलग से मरीजों की भीड़ थी। इमरजेंसी में खून से लतपथ घायल लोग पड़े थे। दरियापुर और नंदापुर गांव के घायलों के तीमारदारों ने इमरजेंसी में डॉक्टर्स के न मिलने पर हंगामा खड़ा कर दिया। मजबूरन ओपीडी में मरीजों की भीड़ को छोड़ डॉक्टर पंकज अवस्थी इमरजेंसी पहुंचे तब मामला शांत हुआ और घायल का इलाज शुरू हो पाया। मुगल रोड निवासी जयनारायण गुप्त ने बताया पत्नी का इलाज कराने आए थे, इतनी भीड़ थी कि 40 मिनट बाद ओपीडी में डॉक्टर ने देखा।

'सीएचसी में चिकित्सकों की कमी है। किसी तरह से काम चलाया जा रहा है। अधिकांश चिकित्सक दूसरे अस्पतालों से यहां पर सम्बद्ध किये गये हैं, जो एक या दो दिन ही ड्यूटी करते हैं। चिकित्सकों की कमी के बारे में सीएमओ को कई बार बताया जा चुका है.'

-डॉ। इश्तियाक अहमद, अधीक्षक ¨बदकी सीएचसी

महिला मरीजों को लौटना पड़ रहा है

सीएचसी में महिला चिकित्सक न आने से सबसे अधिक परेशानी महिला मरीजों को हो रही है। महिला चिकित्सक रूचि सिंह कभी-कभी आती हैं। लोगों में इस बात को लेकर गहरी नाराजगी है। अधीक्षक भी इनके न आने पर जुबान नहीं खोल पा रहे हैं।