-विभूतिखंड निवासी आरपीएफ कमांडेंट के घर में की थी चोरी

-सहेली और ब्वॉयफ्रेंड्स के साथ दिया वारदात को अंजाम

LUCKNOW: गर्लफ्रेंड्स के खर्च पूरा करने के लिये युवकों द्वारा चोरी या लूट की वारदातों को अंजाम देने की बात आपने कई बार सुनी या पढ़ी होगी। लेकिन, शनिवार को विभूतिखंड पुलिस ने बीटेक छात्रा व उसकी सहेली को अरेस्ट किया जो अपने ब्वॉयफ्रेंड्स के खर्चे पूरा करने के लिये चोर बन बैठीं। पुलिस ने विभूतिखंड एरिया में बीते दिनों आरपीएफ कमांडेंड के घर हुई 25 लाख रुपयों की चोरी की घटना का खुलासा करते हुए दोनों बीटेक छात्राओं व उनके ब्वॉयफ्रेंड्स को अरेस्ट कर लिया है। पुलिस ने उनके कब्जे से चोरी के 17 लाख रुपये नकद, एक बाइक, दो स्कूटी और अन्य सामान बरामद किया है।

यह थी घटना

सीआरपीएफ में कमांडेंट रमेश कुमार सिंह झारखंड में तैनात है और अपने परिवार के साथ वहीं रहते हैं। जबकि, उनके विभूतिखंड के विजयंतखंड स्थित मकान के एक हिस्से में बीबीडी में बीटेक छात्रा मीनाक्षी पंत और सफेदाबाद स्थित एक कॉलेज से पढ़ाई कर रही अंशिका किराये पर रहती हैं। बीती 20 जून को रमेश कुमार ंिसंह के हिस्से में अज्ञात चोरों ने धावा बोलकर वहां रखे 25 लाख रुपये की नकदी और ज्वैलरी पर हाथ साफ कर दिया। चोरी की सूचना मिलने पर पहुंचे रमेश कुमार सिंह के ससुर सुखेन सिंह ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी।

पूछताछ में कबूला सच

एसएसपी मंजिल सैनी ने बताया कि घटनास्थल देखने के बाद जांच में जुटी पुलिस टीम को शक हुआ कि इस चोरी को बिना किसी घर के भीतर मौजूद शख्स के अंजाम नहीं दिया गया है। शक के आधार पर टीम ने मीनाक्षी और अशिका से पूछताछ की। पूछताछ के दौरान उन दोनों के बयान विरोधाभासी लगे। जिसके बाद पुलिस ने उनसे सख्त पूछताछ शुरू की। जिसमें वे दोनों टूट गई और उन्होंने अपने ब्वॉयफ्रेंड के साथ चोरी की घटना को अंजाम देना कबूल कर लिया।

खर्च पूरे करने के लिये की थी चोरी

पूछताछ में मीनाक्षी ने बताया कि उसके ब्वॉयफ्रेंड चर्चरोड, अलीगंज निवासी श्रीधर चटर्जी आर्थिक तंगी से परेशान रहता था। उसके पिता भी उसे जो खर्च के लिये रकम भेजते थे वह पूरी नहीं पड़ती थी। इसी वजह से उसने रमेश कुमार सिंह के घर में चोरी का प्लान बनाया। इसके लिये उसने श्रीधर के अलावा सहेली अंशिका और उसके ब्वॉयफ्रेंड तुलसीपुर, बलरामपुर निवासी शांतनु सिंह को भी इस प्लान में शामिल कर लिया।

एक आरोपी अब भी फरार

मीनाक्षी ने बताया कि वे लोग बीती 19 जून की रात घर पर इकट्ठा हुए और सबने मिलकर रमेश के कमरे का ताला तोड़ दिया। इसके बाद भीतर रखी तिजोरी का भी ताला तोड़कर उसमें रखे 25 लाख रुपये की नकदी व ज्वैलरी समेट ली थी। अधिकांश रकम को श्रीधर व शांतनु ने अपने पास रख लिया था। इस खुलासे के बाद पुलिस टीम ने मीनाक्षी के घर पर दबिश देकर 40, 500 रुपये नकद और चोरी की रकम से खरीदी गई एक स्कूटी बिना नंबर व अंशिका के कब्जे से 2.33 लाख रुपये, चोरी की रकम से खरीदा गया एप्पल मोबाइल फोन, एक सोने की चेन बरामद कर ली। इसके बाद पुलिस टीम ने श्रीधर चटर्जी को अरेस्ट करते हुए उसके कब्जे से 14 लाख रुपये नकद व चोरी की रकम से खरीदी गई एक पल्सर 220 बाइक बरामद कर ली।

राप्ती नदी में फेंक दी तिजोरी

पूछताछ के दौरान श्रीधर ने बताया कि वारदात को अंजाम देने के बाद उसने शांतनु के साथ किराये की कार से गोरखपुर जाकर राप्ती नदी में तिजोरी फेंक दी थी। एसएसपी ने बताया कि शांतनु अब भी फरार है, पूछताछ में पता चला है कि बंटवारे में 6 लाख रुपये शांतनु ने ले लिये थे। उसकी अरेस्टिंग की कोशिश में पुलिस जुट गई है।