- अपनी मांगों को पूरा करने के लिए लिखा लेटर

- विनियमतिकरण की मांग कर रहे हैं कर्मचारी

LUCKNOW : उत्तर प्रदेश टेक्निकल यूनिवर्सिटी में पिछले क्भ् सालों से संविदा पर काम कर रहे यूनिवर्सिटी कर्मचारियों ने एक बार फिर से अपनी मांगाें को लेकर गुहार लगाई है। प्रदेश सरकार की ओर से यूपीटीयू का नाम बदलकर पूर्व राष्ट्रपति डॉ। एपीजे अब्दुल कलाम के नाम पर करने के बाद एक फिर से कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर एकजुट होना शुरू हो गए हैं। इसके लिए यूनिवर्सिटी के कर्मचारियों की ओर से चीफ मिनिस्टर अखिलेश यादव को लेटर लिखकर विनियमतिकरण करने की गुहार लगाई है। शनिवार को गौतम बुद्ध यूनिवर्सिटी के कर्मचारियों को विनियमित किए जाने की घोषणा के बाद यूनिवर्सिटी कर्मचारी संघर्ष समन्वय समिति ने इस मामले में सीएम को लेटर लिखा है।

सवा सौ कर्मचारियों का है मामला

यूपीटीयू की स्थापना के बाद से ही यहां पर नियुक्त हुए कर्मचारियों को विनियमित करने की मांग लम्बे समय से कर रहे हैं। प्रदेश में इस दौरान कई सरकारें बदल गई। पर यूनिवर्सिटी में काम कर रहे करीब सवा सौ संविदा कर्मचारियों की अब तक मांगों पर कोई विचार नहीं किया गया है। एक बार फिर से यूनिवर्सिटी का नाम बदले जाने व शासन की ओर से गौतमबुद्ध यूनिवर्सिटी के कर्मचारियों को विनियमित किए जाने के बाद एक बार फिर से अपनी मांग पूरी करने के लिए शासन को लेटर ि1लखा हैं।

हमारी मांगें कभी पूरी नहीं होती

कर्मचारी संघर्ष समन्वय समिति के संयोजक राजीव सिंह ने कहा कि यूनिवर्सिटी से म्फ्9 कॉलेजों की संबद्धता है। स्थापना के समय से ही अब तक यूनिवर्सिटी के कर्मचारी बहुत कम सैलरी पर काम कर रहे हैं। यूनिवर्सिटी स्थापना के समय से ही उन्हें केवल भरोसा ही दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमे उम्मीद है सीएम यूनिवर्सिटी का नाम बदलने के साथ कर्मचारियों की मांगों को भी पूरा करेंगे। समिति के प्रवक्ता पवन त्रिपाठी ने कहा कि सीएम ने जीबीयू कर्मचारियों की मांगों पर कार्रवाई की अब यूनिवर्सिटी को पूर्व राष्ट्रपति कलाम का नाम भी मिला है। ऐसे में यूनिवर्सिटी कर्मचारियों को उनका वाजिब हक दिलाया जाना चाहिए। यह यूनिवर्सिटी के लिए भी बेहतर होगा क्योंकि कर्मचारी बेहतर ढंग से काम करकेंगे।

कर्मचारियों की मांगों पर शासन से जल्द कार्रवाई करवाई की जाएगी। यूनिवर्सिटी का कार्यभार ग्रहण करने के बाद इस विषय पर जरूर काम करूंगा।

- प्रो। विनय पाठक,

वीसी, यूपीटीयू