बेटे की जगह रोबोट
एशिया की फेमस कंपनी विडसी ने हाल ही में एक शार्ट फिल्म अपलोड की है। जिसमें दिखाया गया है कि उम्र का एक पड़ाव ऐसा आता है कि जहां पर इंसान को अपनों की जरूरत होती है। उसे अपनों के साथ खुशियों भरा सफर जीना होता है लेकिन अब ऐसा मुश्िकल होता जा रहा है। लोगों को बुढ़ापे का वो सबसे कमजोर पल अकेले ही गुजरना पड़ रह है। हालांकि वक्त से साथ बढ़ती टेक्नोलॉजी ने अब इसमे मदद करनी शुरू कर दी है। कुछ यही दिखाया गया है इस शार्ट फिल्म में। लंबे समय से बेटे के आने का इंतजार कर रही है मां जब डोर बेल बजती है तो तुरंत दरवाजा खोलती है। इस दौरान उसके चेहरे से खुशी गायब हो जाती है क्योंकि वहां पर उसका बेटा नहीं आया होता है। हालांकि इस दौरान बेटे ने मां के लिए एक बड़ा सा डिब्बा और चिट्टी भेजी होती है।



हर काम करता

मां खुशी से उस डिब्बे को खोलती है तो उसमें एक रोबोट होता है। वहीं चिट्ठी में काम की व्यस्तता के साथ न आ पाने का अफसोस लिखा होता है। इसके बाद मां और रोबोट का खुशियों भरा सफर शुरू हो जाता है। वह मां की पूरी देखभाल करता है। घर की साफ सफाई, मां की दवाई, गार्डन और खेतो की सिचाई जैसे वह सारे काम करता है। वह मां को हंसाता भी रहता है। वहीं मां भी उसकी अपने बेटे जैसी ही देखभाल करती है। रोबोट मां के साथ कई क्यूट सी हरकतें भी करता है। ऐसे में इस फिल्म के लास्ट सीन तक पहुंचते-पहुंचते निश्चित ही दर्शकों की आंखो से आंसू नहीं रुक पाएंगे। यह काफी हार्ट टचिंग फिल्म है।

 

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