इस वेबसाइट ने बनाया
ये वेबसाइट है चीन की अलीबाबा ई-कामर्स की एक वेंचर ताओबाओ डॉट कॉम। दरअसल चीन की ई-कॉमर्स कंपनी अलीबाबा जो पूरे 1.85 लाख करोड़ की कंपनी है उसने 2008 में ताओबाओ मॉल लॉन्च किया था। ये मॉल आम मॉल के जैसे नहीं है। ये एक वर्चुअल मॉल है जिसमें कोई भी खुल कर खरीददारी कर सकता है। कंपनी का ये नया फॉर्मूला काफी हिट हुआ और लगभग तीन साल में कंपनी का मार्कट शेयर 8 फीसदी से बढ़कर 59 फीसदी हो गया। ताओबाओ कंपनी की सफलता को देखते हुए कंपनी इसको अलग डोमेन पर ले आई, जिसका नाम उन्होंने टीमॉल डॉट कॉम रख दिया।
लोगों की बहार
कंपनी ने टीमॉल डॉट कॉम, जो एक वर्चुअल मॉल है को और ज्यादा पॉपूलर करने के लिए कुछ अलग करने की सोची। उन्होंने सेलर्स बनाने शुरू किए लेकिन कंपनी ने प्रोफेशनल सेलर्स ना चुन कर चीन के हुआझी हिंग नाम के गांव के लोगों को चुना। इस गांव के लोग हैंडिक्राफट के सामान बनाने में उस्ताद हैं इसलिए कंपनी ने इन लोगों को अपने साथ जोड़ लिया। ये लोग अपने द्वारा बनाए गए सामान को फ्रैक्ट्री में बेचने के बजाय टीमॉल में देने लग गए।
बनाया शेयरहोल्डर
फैक्ट्री से जहां इस गांव के लोगों को 20 फीसदी की ही कमाई होती थी उन्हे अलीबाबा 40 फीसदी का कमीशन देने लगी। अलीबाबा के इस यूनीक वेंचर ने जहां कंपनी को प्रॉफिट दिलाया। वहीं इन गांव के लोगो की इनकम भी बढ़ती चली गई। कंपनी ने अपनी पांचवी एनिवर्सरी पर सभी 2000 लोगों को एक शानदार पार्टी दी। एक्सपेंशन के बाद इन लोगों का मुनाफा 4 गुना तक बढ़ गया। साल 2012 के बाद ताओबाओ ने प्रोडक्ट्स के रेंज 40 फीसदी बढ़ाए। एक्सपेंशन के बाद बनी कंपनी में इन 2000 लोगों को शेयर होल्डर बनाया गया। इंडिया में कई ई-कॉमर्स कंपनियों के हजारो सेलर है, जो कमाई कर रहें हैं।
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