अकेले सब कुछ नहीं बदल सकता, देखकर चुप भी नहीं बैठ सकता

अच्छी फिल्में बनाकर भी आर्थिक हितों को सुरक्षित रखा जा सकता है

आगरा: मैं अकेला समाज नहीं बदल सकता। यह ताकत मेरे पास नहीं है। लेकिन, सबकुछ देखते हुए भीहाथ पर हाथ रखकर नहीं बैठ सकता। इसके लिए मैं राजनीति का रुख नहीं करूंगा, पर मैं लोगों को प्यार से बदलता रहूंगा। यह विचार रविवार को दैनिक जागरण के कार्यक्रम में भाग लेने आए बॉलीवुड के मिस्टर परफेक्शनिस्ट आमिर खान ने व्यक्त किए।

समाजिक मुद्दों पर बोले

आमिर 'सत्यमेव जयते सीजन-3' के समापन के बाद रविवार को होटल आईटीसी मुगल में 'दैनिक जागरण' के कार्यक्रम में भाग लेने आए थे। गोल गले की काली टी शर्ट और जींस पहने आमिर समाज से जुड़े मुद्दों पर जमकर बोले। मौजूदा फिल्म इंडस्ट्री की स्थिति और फिल्मों पर भी बेबाक जवाब दिए।

सबको कोशिश करनी होगी

'सत्यमेव जयते' की शुरुआत को लेकर आमिर ने कहा कि देश में सामाजिक समस्याओं पर लोग बहुत गुस्सा करते हैं। एक-दूसरे पर उंगलियां उठाते हैं। ऐसा कर बहस तो कर सकते हैं, लेकिन समाज में बदलाव नहीं ला सकते। सबको मिलकर समाज में बदलाव लाना होगा। यह अकेले सरकार या कोई एक व्यक्ति नहीं कर सकता। अकेले मेरे बस में भी नहीं हैं। सब कोशिश करें, तभी हम बदलाव ला सकते हैं। हां, इसके लिए मैं कहानी सुनाकर प्रेरित जरूर करता हूं।

फिल्म मेकर्स को भी सीख दी

मौजूदा समय में बन रहीं फिल्मों पर बोलते हुए आमिर ने कहा कि बहुत सी ऐसी चीजें दिखाई जा रही हैं, जो गलत प्रभाव डालती हैं। उन्होंने कहा कि अच्छी फिल्मों से भी आर्थिक हित सुरक्षित रखे जा सकते हैं। फिल्मी दुनिया में कारपोरेट की बढ़ती भूमिका पर आमिर का कहना था कि हमारे देश में मुख्यधारा सिनेमा के साथ वैकल्पिक सिनेमा नहीं है। विदेशों में विकल्प रहता है। देश में वैकल्पिक सिनेमा के लिए चेन की जरूरत है। यदि ऐसा हो जाए, तो इसको भी बहुत बिजनेस मिलेगा।

हर कहानी दुख देती है

आमिर कहते हैं कि सत्यमेव जयते में हर कहानी के साथ विचलित हो जाता हूं। हर समस्या पर बहुत दुख होता है। गुस्सा आता है। इसके बाद भी असहाय महसूस करता हूं, परंतु जो उनके लिए काम कर रहे हैं, उनसे प्रेरणा मिलती है।

डूबकर काम करता हूं

बॉलीवुड में मिस्टर परफेक्शनिस्ट क्यों माना जाता है, इस पर आमिर का जवाब था कि परफेक्शन कुछ नहीं होता। अपने थ्री ईडियट फिल्म के किरदार रेंचो का जिक्र करते हुए आमिर कहते हैं कि मैं अपने काम से प्यार करता हूं। उसमें डूबकर जुनूनी हो जाता हूं। यही वजह है कि मैंने अपने काम से बहुत कुछ हासिल किया है। पैसे की बात छोड़ दें, लेकिन अन्य बातों में स्वयं को बहुत समृद्ध पाता हूं। अपने काम से मैंने बहुत कुछ पाया है।

हीरोइन का नाम नहीं बता सकता

आमिर खान से बॉलीवुड की परफेक्ट हीरोइन का नाम पूछा गया तो बोले ये तो एक ही हो सकती है। फिर जोर से हंसे। कहने लगे, नहीं मैं ये नाम आपको नहीं बता सकता। ऐसा कर दिया, तो दूसरी हीरोइनें नाराज हो जाएंगी। यह नाराजगी मैं बिल्कुल नहीं ले सकता।