मूंगफली बेचने वाला तेलगी पैसा कमाने गया सऊदी अरब
आपको बता दें कि कर्नाटक के बेलगाम में पैदा हुआ अब्दुल करीम तेलगी बचपन में काफी गरीब था। 1980 के दौर में उसने काफी दिनों तक सड़क पर मूंगफली भी बेची थीं। उसके पिता की असामयिक मौत के बाद उसने अपनी पढ़ाई पूरी करने के लिए सब्जी तरकारी से लेकर तमाम चीजें बेचीं, लेकिन उसकी जिंदगी तब बदल गई जब वह बहुत सारा पैसा कमाने के लिए सऊदी अरब चला गया। जहां उसने 7 साल बिताए इन्हीं 7 सालों ने उसकी जिंदगी बदल कर रख दी।



10 साल में देश को लगाया 20 हजार करोड़ का चूना
सऊदी अरब से लौटने के बाद तेलगी की जिंदगी पूरी तरह से बदल गई थी। उसने कुछ बड़ा करने की सोची और उतर गया स्टांप पेपर की बिक्री में। सन 1990 में उसने स्टांप पेपर वेंडिंग का काम शुरू किया कुछ समय बाद उसने फर्जी स्टांप पेपर छापने के लिए अपनी एक प्रेस भी लगाई। जिसकी मशीनरी उसने नासिक के सरकारी नोट छापने की प्रेस से नीलामी में खरीदी थी। चूंकि 10 से लेकर 1000 रुपए तक के स्टांप पेपर को छापने की टेक्नोलॉजी एक से ही होती है, इसकी वजह से 100 से लेकर हजार की कीमत वाले लाखों स्टांप पेपर छापकर वो अरबपति बन बैठा। तेलगी ने अपने फर्जी स्टांप पेपर बैंकों, बीमा कंपनियों से लेकर कॉर्पोरेट हाउसेस और आम लोगों को भी बेचे। तकरीबन 10 साल के भीतर उसने सरकार और देश को करीब 30 हजार करोड़ का चूना लगा दिया।

बार डांसर पर 1 घंटे में 93 लाख लुटाने वाला घोटालेबाज ‘अब्दुल करीम तेलगी’ अपनी सजा बीच में ही छोड़ दुनिया से चला गया


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कैसे बनाता था अपना शिकार
अब्दुल करीम तेलगी स्टैंप पेपर वेंडिंग की नस नस से वाकिफ हो गया था। उसने मुंबई में ही अपना अवैध स्टांप पेपर का कारोबार शुरू किया। फर्जी स्टांप पेपर मार्केट और कंपनी में बेचने के लिए उसने MBA किए हुए तमाम लोगों को हायर किया। ये लोग तमाम बैंकिंग कंपनियों, फाइनेंसियल इंस्टिट्यूशन और कॉर्पोरेट कंपनियों में जाकर वहां के स्टाफ को बड़े कमीशन का लालच देते थे, जिसके बाद करोड़ों रुपए के स्टांप पेपर उन कंपनियों में सप्लाई कर दिए जाते थे इसी तरह से उस का कारोबार बढ़ता रहा।


1 घंटे में एक बार गर्ल पर लुटा दिए 93 लाख
अब्दुल करीम तेलगी को बार में जाकर डांस देखने का भी काफी शौक था और वह मुंबई के कई फेमस बार में आता जाता रहता था। वहां अगर कोई बार गर्ल उसे भा जाए तो उस पर कई लाख रुपए लुटा भी देता था। अपने घोटालों से अरबों रुपए कमाने वाले तेलगी के लिए यूं तो लाखों रुपए कोई मायने नहीं रखते लेकिन जिस बार गर्ल को इतना पैसा एक साथ मिल जाए उसकी तो किस्मत ही खुल गई होगी। तभी तो वो लड़की इतने सारे पैसे बटोरकर मुंबई और बार गर्ल की जिंदगी छोड़कर वापस अपने घर यूपी लौट गई। साल 2002 नवंबर महीने में अपनी गिरफ्तारी से करीब 2 महीने पहले तेलगी मुंबई शहर के एक फेमस बार में गया। जहां उसे एक बार डांसर बहुत पसंद आई वह इसके आकर्षण में इतना बंध गया था कि उसने उस लड़की पर पैसों की बरसात कर दी। इस बार डांसर का कोई और दीवाना उसे दूर न कर दे इसलिए वो लगातार नोटों के बंडल हवा में उड़ाता रहा और उसने कुछ ही देर में उस लड़की पर करीब 93 लाख रुपए लुटा दिए। पुलिस पूछताछ के दौरान तेलगी ने इस घटना को कबूल भी किया था।


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कैसे आया पुलिस की गिरफ्त में
अब्दुल करीम तेलगी का कारोबार खूब धुआंधार रूप से 10 साल से भी ज्यादा समय तक चला। 2001  में कई मामलों में शक होने के कारण जांच टीमों ने उसके फोन टैप करना शुरू कर दिया था जिसके द्वारा इस पूरे घोटाले की परतें खुलने शुरू हुई थीं।  शुरू में इस घोटाले को 100 या 200 करोड़ का माना जा रहा था लेकिन बाद की जांच में इस घोटाले के तार तकरीबन 9 राज्यों से जुड़ रहे थे। आधिकारिक तौर पर स्टांप पेपर घोटाले को करीब 20,000 करोड़ रुपए का माना जाता है।

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