छात्रसंघ सचिव नितीश सिंह पर लगाया कई आरोप

RANCHI (27 Aug) : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) ने ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (आजसू) से नाता तोड़ लिया है। पिछले साल रांची यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स यूनियन के चुनाव के बाद दोनों संगठनों ने मिलकर पदाधिकारियों का चुनाव किया था। समझौते के तहत अभाविप ने छात्रसंघ सचिव का पद आजसू के नितीश सिंह को दिया था। अभाविप के रांची विश्वविद्यालय चुनाव प्रभारी आशुतोष ने कहा है कि गठबंधन के बाद अब तक सचिव नितीश सिंह के द्वारा छात्र हित में सभी जीते हुए पदाधिकारियों की एक भी बैठक नहीं बुलाई गई। यह दर्शाता है कि छात्र हित के लिए वे चिंतित नहीं हैं। वे केवल मारवाड़ी कॉलेज के विकास के लिए तत्पर दिखे, परंतु 7 महीने के उपरांत उस कॉलेज की भी समस्याओं को दूर नहीं कर सके। अपने अहंकार के कारण बार-बार कॉलेज में राजनीतिक अखाड़ा बनाने का प्रयास करते हैं। नितीश सिंह की हठधर्मिता, अकर्मण्यता के कारण छात्र हित विश्वविद्यालय स्तर पर व्यापक रुप से प्रभावित हो रहा है। उन्होंने आरोप लगाया है कि नितीश सिंह भूमाफिया के साथ मिलकर जमीन दलाली कर रहे हैं। इन्हीं वजहों से अभाविप ने समर्थन वापस लेने की घोषणा की है। प्रदेश कार्यालय मंत्री दीपेश कुमार ने कहा कि आने वाले चुनाव में भी आजसू के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा।

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लोकप्रियता से बौखला कर तोड़ा रिश्ता

आजसू छात्र संघ के प्रदेश अध्यक्ष गौतम सिंह ने कहा है कि बढ़ती लोकप्रियता से बौखला कर अभाविप ने गठबंधन तोड़ने का ऐलान किया है। नितीश सिंह को निशाना बनाना अभाविप की ओछी मानसिकता का प्रतीक है। अभाविप के छात्र नेता आजसू समर्थित छात्र संघ पदाधिकारियों द्वारा आयोजित छात्र हित के कार्यक्रमों का विरोध कर पहले ही अपना परिचय दे चुके हैं। नितीश सिंह को निशाना बनाने से पहले अभाविप को रांची विश्वविद्यालय छात्र संघ अध्य्क्ष की उपलब्धियां बतानी चाहिए।