-एबीवीपी के अधिवेशन के अंतिम संगठन के प्रदेशाध्यक्ष डॉ। प्रभास्कर राय ने किया संबोधित

-प्रांतीय कार्यकारिणी का हुआ गठन, डॉ। रामबाबू सिंह, डॉ। भूपेन्द्र सिंह बने प्रांतीय उपाध्यक्ष

BAREILLY :

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के 58वां अधिवेशन में तीसरे दिन हिस्सा लेने पहुंचे प्रांतीय अध्यक्ष डॉ। प्रभास्कर राय ने कहा कि 30 वर्षीय पुरानी शिक्षा व्यवस्था को बदलने की जरूरत है, लेकिन इतनी पुरानी शिक्षा व्यवस्था को बदलना भी बड़ी चुनौती है। पुरानी शिक्षा व्यवस्था से युवा अपना भविष्य नहीं समझ पा रहे हैं। जिससे वह करियर में कहीं न कहीं पिछड़ जाते हैं। इसके बाद कार्यक्रम में दो प्रस्तावों को ध्वनि मत के साथ पारित मान लिया गया। साथ ही नई प्रदेश कार्यकारिणी की भी घोषण्ा की गई।

प्रदेश सरकार को भेजेंगे प्रतिलिपि

प्रांतीय अध्यक्ष ने कहा कि जो प्रस्ताव अधिवेशन में पारित हुए हैं उनकी प्रतिलिपि प्रदेश सरकार के संबंधित विभाग को सौंपेंगे, जिससे उस पर उचित कार्रवाई के लिए अवगत कराया जा सके। पदाधिकारियों ने कहा कि तीन दिन की इस भीषण सर्दी के बाद भी प्रस्तावों पर चर्चा हुई और विगत वर्ष में किए गए कार्य एक प्रदर्शनी के माध्यम से दिखाए गए। अधिवेशन में गठित नई कार्यकारिणी के लिए आगामी वर्ष भर की रूपरेखा भी तैयार की गई, जिस पर नई कार्यकारिणी को कार्य करना है। इस दौरान व्यवस्था प्रमुख हरीशंकर गंगवार ने भी परिचय दिया, और बताया कि कार्यक्रम में व्यवस्था संभालने के लिए 100 से अधिक कार्यकर्ता लगे हुए थे। जिसमें महिलाओं का भी विशेष योगदान रहा। प्रदेश मंत्री योगेन्द्र वर्मा ने आगामी परीक्षाओं के लिए विद्यार्थियों को अच्छी तरह से तैयारी करने को कहा। इसके साथ ही 23 जनवरी को सभी से नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की जयंती मनाने का आह्वान किया। कार्यक्रम के अंत में वन्देमातरम गान और ध्वजारोहण कराया गया।

प्रांतीय अध्यक्ष ने की नई कार्यकारिणी की घोषणा

-प्रदेश उपाध्यक्ष- डॉ। रामबाबू सिंह, डॉ। भूपेन्द्र सिंह

प्रदेश सह मंत्री- अंशिका जौहरी

सह प्रमुख-प्रतिष्ठा पाठक

प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य-अक्षत सिंह, मनोज यादव, डॉ। राजीव यादव, नीतू सिंह

कार्यक्रम में ये भी रहे मौजूद

हरीशंकर गंगवार, नितेश पाल, अंकित राठौर, गौरव यादव, मंयक शर्मा, योगेश शर्मा, दीपक वर्मा, प्रशंसा, सुरभि, महिमा, डॉ। जितेन्द्र, डॉ। अतुल भारद्वाज, डॉ। डीके सिंह आदि मौजूद रहे।