-लुटेरों के गैंग का पर्दाफाश, चार अरेस्ट

-31 सेलफोन, लैपटॉप और सोने की ज्वैलरी बरामद करने का दावा

LUCKNOW: गर्लफ्रेंड को महंगे कॉस्मेटिक्स गिफ्ट करना, मल्टीप्लेक्स में मूवी, हाईक्लास रेस्टोरेंट में लंच व डिनर और महंगे ब्रांड के कपड़े दिलवानायह कुछ ऐसे शौक हैं जिन्हें पूरा करने के लिये चार युवकों ने लूट की राह पकड़ ली। मंगलवार को अलीगंज पुलिस ने शातिर लुटेरों के गैंग का पर्दाफाश करते हुए गैंग के चार मेंबर्स को अरेस्ट कर लिया। पुलिस ने अरेस्ट किये गए लुटेरों के कब्जे से फ्क् सेलफोन, लैपटॉप और सोने की ज्वैलरी बरामद करने का दावा किया है। जबकि पुलिस ने दावा किया कि गैंग का मास्टरमाइंड विशाल अब भी फरार है, जिसकी तलाश की जा रही है।

कॉन्सटेबल की चतुराई ने पहुंचाया सलाखों के पीछे

एसपी ट्रांसगोमती दिनेश यादव के मुताबिक, अलीगंज में दूरसंचार कालोनी निवासी अवधेश सिंह की पत्नी सनमुखी सिंह रविवार दोपहर घर लौट रही थी। पुरनिया चौराहे पर महाराष्ट्र बैंक के पास बाइक सवार बदमाशों ने उनका पर्स लूट लिया था। जानकारी मिलने पर पहुंची पुलिस को सनमुखी ने बदमाशों का हुलिया बताया। बदमाशों का हुलिया सुनकर अलीगंज थाने में तैनात विशाल गुप्ता ने उनकी पहचान कर ली और उनकी तलाश शुरू कर दी। इसी क्रम में अलीगंज पुलिस ने गुडंबा निवासी दीपक द्विवेदी, मडि़यांव निवासी अनुज सिंह उर्फ गोलू, अंकित कश्यप व अनूप सिंह उर्फ अन्नू को अरेस्ट कर लिया। पूछताछ के दौरान अभियुक्तों ने बताया कि वे लूट से हासिल रकम को अपनी गर्लफ्रेंड के संग मौजमस्ती पर खर्च करते थे।

हाईस्पीड बाइक से देते थे वारदात को अंजाम

पुलिस ने अभियुक्तों के कब्जे से एक हॉन्डा स्टनर और एक यामाहा आर क् बाइक बरामद की। पूछताछ के दौरान अभियुक्तों बताया कि दीपक व अनुज सिंह यामाहा आर क् बाइक पर चलते थे। जबकि, अंकित और अनूप हान्डा स्टनर बाइक पर सवार होकर रेकी करते थे। दीपक द्विवेदी ने बीए तक पढ़ाई पूरी की है। वहीं, अनुज और अनूप ने इंटरमीडिएट पास करने के बाद पढ़ाई को अलविदा कह दिया। पूछताछ में अभियुक्तों ने अलीगंज में ब्, जानकीपुरम में फ्, विकासनगर और गुडंबा में क्-क् लूट की वारदात को अंजाम देना कबूल किया।

लुटेरे ने जुबां खोली तो उड़े अलीगंज पुलिस के होश

अलीगंज पुलिस इस गुडवर्क कर अपनी पीठ अभी ठीक से थपथपा भी नहीं पाई थी, कि इसी बीच गिरफ्त में आए एक लुटेरे ने अपनी जुबां खोल दी। उसके जुबां खोलते ही पुलिस की अब तक बताई गई कहानी बेमानी नजर आने लगी। लुटेरे दीपक द्विवेदी ने बताया कि पुलिस ने जो ज्वैलरी बरामद दिखाई है, वह उन लोगों ने लूटी नहीं बल्कि वह तो उसकी मां की ज्वैलरी है। पुलिस ने सोने की दो चेन, दो झुमके, दो टॉप्स, तीन अंगूठी, मंगलसूत्र व चांदी की आठ पायल बरामद बताई हैं

जुर्म कबूला पर ज्वैलरी मां की बताई

दीपक ने कबूल किया कि उसने अपने साथियों संग मिलकर नौ लूट की वारदातें अंजाम दी हैं। पर, बरामद ज्वैलरी के बारे में वह चौंकाने वाला खुलासा करने लगा। उसने बताया कि कुछ दिनों पहले उन लोगों ने एक महिला का पर्स लूटा था। उस पर्स में उसे एक सोने की चेन मिली थी। जबकि अन्य लूट में उन्हें जो भी ज्वैलरी मिली वह उन लोगों ने बेच डाली। उसने बताया कि पुलिस ने जब उसे अरेस्ट किया तो उसके पास वही सोने की चेन थी। पर, ज्यादा बरामदगी दिखाने के लिये पुलिस ने उसकी मां के गहने भी जब्त कर लिये। उसके इस खुलासे के बाद सकते में आई अलीगंज पुलिस दीपक को जबरन प्रेस कॉन्फ्रेंस से ले जाने लगी।

कहां गया मास्टरमाइंड?

एसओ अलीगंज श्याम बाबू शुक्ला ने प्रेसकॉन्फ्रेंस में बताया कि लुटेरों के गैंग का मास्टरमाइंड विशाल फरार हैं। उन्होंने दावा किया उसे भी जल्द ही अरेस्ट कर लिया जाएगा। जबकि दीपक ने खुलासा किया कि रविवार को विशाल भी उन्हीं लोगों के साथ अरेस्ट हुआ था। उसने बताया कि विशाल मंगलवार सुबह तक अलीगंज थाने की हवालात में उन लोगों के साथ ही रहा। अब उसके इस कबूलनामे से सवाल खड़े हो गए हैं कि अगर विशाल मंगलवार सुबह तक थाने की हवालात में था तो उसे पुलिस ने कहां गायब कर दिया। क्या उसे अगले गुडवर्क के लिये संजो कर रखा गया है या फिर वह हवालात से ही फरार हो गया?

साथी महिला पर पुलिस ने दिखाई दरियादिली

प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एक के बाद एक खुलासे कर रहे दीपक ने बताया कि वह लोग लूट में मिली ज्वैलरी को जानकीपुरम में रहने वाली एक महिला साथी के जरिए बिकवाते थे। इसके लिये उसे कमीशन दिया जाता था। पर, पुलिस ने उस महिला साथी पर दरिया दिली दिखाते हुए मंगलवार को पेश किये गुडवर्क में उस महिला की गैंग में भूमिका का कोई जिक्र तक नहीं किया।