SUREER (29 Nov.): कोहरे से रविवार सुबह एक्सप्रेस वे पर कई वाहन भिड़ गए। रविवार सुबह कोहरे और धुंध के चलते आधा दर्जन वाहन जगह-जगह टकरा गए। धीमी रफ्तार के कारण कई हादसे तो बच गए। इन वाहनों में सवार लोग हादसों में बाल-बाल बच गए।

कोहरे के साथ धुंध का असर

सर्द मौसम शुरू होने के साथ वातावरण में कोहरे की धुंध छाने लगी है। जिसका असर यमुना एक्सप्रेस-वे पर फर्राटा भर रहे वाहनों पर भी पड़ने लगा है। धुंध से बचने को कोई माकूल इंतजाम न होने से यहां वाहन आपस में टकरा रहे हैं। रविवार सुबह मौसम के पहले कोहरे ने एक्सप्रेस वे के इंतजामों की पोल खोल कर रख दी है। बल्देव क्षेत्र में माइल स्टोन 125 के समीप आगरा से नोएडा की ओर जा रही स्कार्पियो कार (यूपी 14 सीडी 5252) आगे चल रहे ट्रक (आरजे 11 जीए 7586) में जा टकराई। जिससे उसमें सवार लोग बाल-बाल बच गए, लेकिन कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। इसके अलावा कोहरे की धुंध में दिखाई न देने से आधा दर्जन से अधिक कार आदि वाहन मांट टोल पर एक दूसरे से भिड़ गए। हालांकि स्पीड कम होने से उनमें सवार लोग तो बाल-बाल बच गए लेकिन टकराने से कई गाडि़यां क्षतिग्रस्त हो गई। जिनमें टकराने के बाद अधिकांश गाडि़यों को उनमें सवार लोग बगैर किसी कार्रवाई के लेकर चले गए। जिससे उनके नाम पते की जानकारी नहीं हो सकी।

एक्सप्रेस-वे पर लगे रिफ्लेक्टर भी नहीं दिखा रहे राह

यमुना एक्सप्रेस वे के एक जिम्मेदार अधिकारी का कहना है कि कोहरे में राह दिखाने के लिए सड़क और साइड की रे¨लग के पोलों पर रिफ्लेक्टर लगे हुए हैं। जो वाहन की लाइट में चमकते हैं, जिससे चालकों को आगे की राह देखने में सहूलियत होती है। जबकि एक्सप्रेस वे पर चलने वाले तमाम वाहन चालकों का कहना है कि कोहरे की धुंध में एक्सप्रेस वे के रिफ्लेक्टर राह दिखाना तो दूर चमकते भी नहीं दिखते हैं। यमुना एक्सप्रेस वे पर आगरा से नोयडा के बीच चलने वाली एक यूपी रोडवेज बस के चालक छैलबिहारी ने बताया कि कोहरे में राह दिखाने को एक्सप्रेस वे पर कोई सुविधा नहीं दिखती है। कोहरे में बस को धीरे-धीरे रामभरोसे लेकर चलना पड़ता है। एक्सप्रेस वे पर होकर व्यापार के सिलसिले में अक्सर दिल्ली एवं नोएडा जाने वाले व्यापारी महमूद खान का कहना है कि कोहरे में एक्सप्रेस वे की सड़क साफ दिखाई नहीं देती है। जिससे धुंध में अक्सर वाहन भिड़ रहे हैं।

हाईवे और भी खतरनाक

हाईवे का हाल तो बहुत खराब है। कोसी से लेकर फरह और इससे आगरा तक चौड़ीकरण का काम तेजी पर है। हाईवे किनारे चौड़ी खाई खोदी गई है। कोहरे में वाहनों के लिए ये खाई खतरनाक साबित हो सकती है। हाईवे किनारे कोई ऐसा इंतजाम या संकेतक नहीं है जो वाहन चालकों को गहरी खाई से आगाह कर दे।