ट्राली सहित ट्रैक्टर पलटने से वृद्ध की मौत, करीब दो दर्जन लोग घायल

बड़े हनुमान का दर्शन कर सभी लौट रहे थे टोकरी गांव

बांध के नीचे पहुंचते ही हादसा, ट्राली में सवार थे करीब 30 लोग

ALLAHABAD: बड़े हनुमान का दर्शन कर मंगलवार को ट्रैक्टर से घर लौट रहे लोग हादसे का शिकार हो गए। संगम चौकी के पास ट्राली समेत तेज रफ्तार ट्रैक्टर पलट गया। करीब दो दर्जन लोग ट्राली के नीचे दब गए। गंभीर चोट आने से एक वृद्ध की मौके पर ही मौत हो गई। ट्राली के नीचे दबे लोग चीखने लगे। उनकी चीख सुन स्थानीय लोग दौड़े। पब्लिक के सहयोग से पुलिस ने ट्राली को सीधा कराया। ट्राली के नीचे दबे घायलों को पुलिस ने एसआरएन हॉस्पिटल में भर्ती कराया। खबर मिलते ही घायलों के परिजन व रिश्तेदार अस्पताल पहुंच गए।

रेखीराम ने मानी थी मन्नत

हंडिया थाना क्षेत्र के सैदाबाद स्थित डोकरी गांव निवासी रेखीराम भारतीय ने बड़े हनुमान को निशान चढ़ाने की मन्नत मानी थी। मुराद पूरी होने पर वह करीब ढाई सौ लोगों के साथ ट्रैक्टर से निशान चढ़ाने व बड़े हनुमान का दर्शन आया था। पूजा पाठ के बाद सभी दोपहर करीब तीन बजे खुशी-खुशी ट्रैक्टर ट्राली से घर लौट रहे थे। जिस ट्राली में रेखीराम था उस पर करीब तीस ग्रामीण सवार थे। गांव का ही छोटू ट्रैक्टर चला रहा था। ट्रैक्टर ट्राली लेकर बांध स्थित संगम चौकी से नीचे तेज रफ्तार में उतर रहा था। नीचे उतरते ही ट्राली सहित ट्रैक्टर अनियंत्रित होकर पलट गया। ट्राली में सवार सभी लोग उसके नीचे दब गए। चौकी में तैनात जवान व दारागंज पुलिस भी मौके पर पहुंची। पुलिस व पब्लिक ने मिल कर ट्राली को सीधा कर नीचे दबे लोगों को निकाला। पुलिस ने बताया कि डोकरी गांव निवासी घायल धनराज, मीरा देवी, रवि कुमार, स्नेहा, अनीता, आस्था, चिंतामणि, धीरज, अन्नू, धर्मराज, अमरावती आदि को एसआरएन हॉस्पिटल में भर्ती करा दिया गया है। बाकी को मरहम पट्टी के बाद घर भेज दिया गया। हादसे में गांव के ही प्रभु भारतीय (75) को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलते ही घायलों के परिजन व रिश्तेदार अस्पताल पहुंच गए। रेखीराम की बेटी ने बताया कि पापा ने एक जमीन के मसले को हल होने पर बड़े हनुमान जी का दर्शन व निशान चढ़ाने की मन्नत मानी थी।

चालक की मनमानी से हादसा

मन्नत पूरा होने से रेखीराम के साथ पड़ोसी भी काफी खुश थे। संगम स्नान के बाद निशान चढ़ाया। घर लौटते वक्त हुए हादसे की वजह से सभी की खुशियां मातम में बदल गई। प्रभु के बेटे रामाश्रय की आंखों से आंसू नहीं थम रहे थे। बताते हैं हादसे के गम में डूबे पूरे गांव में चूल्हा तक नहीं जला। हादसे को लेकर पुलिस के साथ स्थानीय दुकानदार भी ट्रैक्टर चालक को ही कोसते रहे। उनका कहना था कि यदि चालक सीधे रास्ते पर धीरे-धीरे चलता तो यह हादसा न होता। चालक ने बांध से करीब 100 मीटर नीचे उतरते ही ट्रैक्टर को दाहिनी ओर स्पीड में ही मोड़ दिया था। जिससे यह हादसा हो गया।