पीसीबी और जीएन झा हॉस्टल के कमरों से फर्नीचर का सेट गायब

अधिकारियों के अनुसार लगभग 16 लाख रुपये का हुआ है नुकशान

ALLAHABAD: इलाहाबाद विश्वविद्यालय के हॉस्टलों में हाईकोर्ट के आदेश पर चल रही कार्रवाई बुधवार को भी जारी रही। पीसी बनर्जी और जीएन झा हॉस्टल में हुई कार्रवाई के दौरान अधिकारी तब हैरान रह गए जब दोनों हॉस्टल के अधिकतर कमरों से कुर्सी, तख्ता और मेज का सेट गायब मिला। अधिकारियों के अनुसार दोनों हॉस्टल में गायब फर्नीचर की कीमत लगभग सोलह लाख रुपये है।

298 कमरों पर जड़ा ताला

पीसी बनर्जी हॉस्टल में बुधवार को सुबह 10.30 बजे वॉशआउट की कार्रवाई शुरू हुई। हॉस्टल में 103 कमरे डबल और चार सिंगल सीटेड थे। 107 कमरों में से आधे से अधिक में फर्नीचर का सेट गायब मिला। कई कमरों से पंखे भी गायब मिले। एक घंटे तक चली कार्रवाई में सभी कमरों का ताला तोड़कर नया ताला लगाया गया। एनेक्सी हॉल में 52 सिंगल सीटेड कमरों में भी फर्नीचर गायब मिला।

दरवाजा तक तोड़ दिया

ऐसा ही नजारा कार्रवाई के दौरान जीएन झा हॉस्टल में भी दिखाई दिया। कुल 139 कमरों में सिंगल 121, डबल छह और ट्रिपल सीटेड 12 कमरे हैं। कार्रवाई दोपहर 11.45 से 1.45 बजे तक चली। यहां भी करीब सौ कमरों से फर्नीचर गायब मिला। दस कमरों का दरवाजा भी तोड़ दिया गया था। तीन कमरों में तो दरवाजा था ही नहीं।

आज डायमंड जुबली और एसएसएल का नंबर

गुरुवार को डायमंड जुबली हॉस्टल और सर सुंदर लाल हॉस्टल में अभियान चलाया जाएगा। दोनों हॉस्टलों में विश्वविद्यालय प्रशासन की खास निगाह रहेगी। अधिकारियों की मानें तो दोनों हॉस्टलों में गिनती के ही कमरे खाली हुए हैं।

हॉस्टलों के अधिकतर कमरों से फर्नीचर गायब मिला है। फौरी तौर पर 16 लाख रुपए की संपत्ति के नुकशान का अंदाजा है। जांच चल रही है। एक या दो दिन में स्थिति स्पष्ट होगी की कुल कितने का फर्नीचर गायब है।

प्रो। राम सेवक दुबे, चीफ प्रॉक्टर, इलाहाबाद यूनिवर्सिटी