-अनुशासनहीनता और नियम विरूद्ध कायरें पर शासन व राजभवन तक पहुंची शिकायत

DEHRADUN : श्री देव सुमन के वाईस चांसलर को बाईपास कर सीधे शासन को अपने डेप्युटेशन की अवधि बढ़ाने की अर्जी भेजने समेत अनुशासनहीनता के अन्य आरोप श्रीदेव सुमन यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार को भारी पड़ने जा रहा है। नियमों को दरकिनार करने और यूनिवर्सिटी में अनुशासनहीनता जैसे आरोपों में रजिस्ट्रार के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। वहीं यूनिवर्सिटी के वीसी ने भी उनका डेप्युटेशन बढ़ाने से इंकार कर दिया है। साथ ही गढ़वाल सेंट्रल यूनिवर्सिटी को भी उनको डेप्युटेशन के लिए एनओसी न देने का आग्रह किया है। शासन के साथ ही यह मामला राजभवन तक भी पहुंच गया है।

शासन को भेजी रिपोर्ट

गौरतलब है कि गढ़वाल विवि में डिप्टी लाइब्रेरियन के पद पर तैनात हंसराज बिष्ट को डेप्युटेशन पर श्री देवसुमन विवि का डिप्टी रजिस्ट्रार नियुक्त किया गया था। इसी वर्ष उन्होंने रजिस्ट्रार के रूप में पदभार संभाला था। उनका डेप्युटेशन फ्क् जुलाई ख्0क्भ् को खत्म हो रहा है। डेप्युटेशन बढ़ाने को लेकर उन्हें अपने मूल विवि गढ़वाल विवि से एनओसी लेने के साथ ही शासन से अनुमति भी लेनी थी। जिसमे उन्होंने वीसी को बाईपास करते हुए खुद ही सभी पत्रावलियां शासन को भेज दी। शासन ने कुछ बिन्दुओं पर आपत्ति लगाते हुए यह पत्र वापस कुलपति को भेज तो उन्हें मामले की जानकारी मिली। मामले में वीसी से अभद्रता किये जाने की भी बात सामने आ रही है। सूत्रों के अनुसार, यह पूरा मामला राजभवन तक भी पहुंच चुका है। राज्यपाल डा। कृष्णकांत पॉल को भी मामले से अवगत कराया जा चुका है। विभागीय सूत्रों के अनुसार, इस पूरे मामले में कुलसचिव पर लगे सभी आरोप प्रथमदृष्टया सही पाए गए हैं। जिसके बाद कुलसचिव पर कार्रवाई का खतरा मंडराने लगा है।