आई कन्सर्न - स्वास्थ्य सचिव ने सभी जिलों के डीसी को भेजा कड़ा पत्र क्या-क्या होगा - टास्क फोर्स का गठन किया जाएगा - अवैध डॉक्टरों पर एफआईआर होगा - सभी क्लिनिक बंद कराए जाएंगे ranchi@inext.co.in RANCHI (30 Nov) : राज्य में अवैध रूप से प्रैक्टिस कर रहे झोला छाप डॉक्टरों की अब खैर नहीं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने झोला छाप डॉक्टरों पर कार्रवाई के लिए कमर कस ली है। ऐसे किसी भी गैर चिकित्सक को प्रैक्टिस करने की छूट नहीं होगी, जिनके पास डिग्री न हो। इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव सुधीर त्रिपाठी ने सभी जिलों के डीसी व एसपी को पत्र भेजकर कार्रवाई करने को कहा है। मानवाधिकार आयोग ने लिया संज्ञान स्वास्थ्य सचिव ने अपने पत्र में कहा है कि राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग द्वारा राज्य के विभिन्न जिलों में झोला छाप डॉक्टरों द्वारा खुलेआम प्रेक्टिस कर मरीजों की जान से खिलवाड़ करने को संज्ञान में लिया है। ऐसे कथित डॉक्टरों की प्रैक्टिस पर रोक लगाने के लिए बार-बार निर्देश भी दिया गया है, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। इस मामले में स्वास्थ्य विभाग के जिला स्थित कार्यालय एवं जिला प्रशासन उदासीन रवैया अपनाए हुए हैं। अपर मुख्य सचिव ने अपने पत्र में इस प्रवृत्ति को गंभीर मामला बताया है। दो साल से कोई कार्रवाई नहीं स्वास्थ्य विभाग ने दो साल पहले क्8.क्ख्.ख्0क्भ् को अवैध चिकित्सकों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए पत्र लिखा था, लेकिन कहीं कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब सभी जिलों के डीसी व एसएसपी-एसपी से कहा गया है कि टास्क फोर्स का गठन कर झोला छाप डॉक्टरों को चिन्हित किया जाए। अगर कहीं प्राइवेट क्लिनिक चल रहा है, तो उसे तत्काल बंद कराया जाए और संबंधित अवैध डॉक्टर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया जाए। इस मामले में सभी जिलों के सिविल सर्जन से कहा गया है कि वे जिला प्रशासन को झोला छाप डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई करने में मदद करेंगे।