- यूपीटीयू ने कॉलेजेस को जारी किया डायरेक्शन

- लापरवाही बरतने वाले कॉलेजेस से सख्ती से निपटेगी यूनिवर्सिटी

vikash.gupta@inext.co.in

ALLAHABAD: उत्तर प्रदेश टेक्निकल यूनिवर्सिटी (यूपीटीयू) से जुड़े कॉलेजेस के लिए अलर्ट हो जाने का समय है। कॉलेजेस को स्टूडेंट्स की डिग्री और मार्कशीट रोके जाने के लिए चेताया गया है। यूपीटीयू से जुड़े कॉलेजेस को जारी किए गए डायरेक्शन में कहा गया है कि यदि कॉलेजेस ने अपने रवैये में सुधार नहीं किया तो उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी। जिसके लिए स्वयं कॉलेजेस ही उत्तरदायी होंगे।

बड़े पैमाने पर पहुंच रही हैं शिकायतें

बता दें कि यूपीटीयू से जुड़े कॉलेजेस पूरे प्रदेश में फैले हुए हैं। यूजी और पीजी कॉलेजेस को मिलाकर इनकी संख्या सात सौ से ज्यादा है। इनमें अधिकांश ऐसे एजुकेशन इंस्टीट्यूट हैं जो स्टूडेंट्स की पढ़ाई पूरी होने के बाद समय से मार्कशीट और डिग्री का डिस्ट्रीब्यूशन नहीं कर रहे हैं। इसकी शिकायत बड़े पैमाने पर यूनिवर्सिटी तक पहुंची है। इसके अलावा छात्रों ने इस लापरवाही की कंप्लेन शीर्ष लेवल पर भी की है।

शिक्षण संस्थाओं पर जड़े आरोप

इस बीच डिग्री और मार्कशीट रोके जाने की बढ़ती शिकायतों के बीच यूनिवर्सिटी भी एलर्ट मोड में आ गई है। उसने इस तरह की गतिविधियों में लिप्त शिक्षण संस्थानों के प्रति सख्त रवैया अख्तियार किया है। यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार केके चौधरी की ओर से जारी किए गए पत्र में इसके लिए सीधे तौर पर संस्थानों को ही कसूरवार ठहराया गया है। कहा गया है कि जितनी भी शिकायतें मिली हैं। उनमें ज्यादातर में छात्रों ने शिक्षण संस्थाओं पर ही आरोप लगाए हैं।

विवि नहीं कर सकता है डिस्ट्रीब्यूशन

रजिस्ट्रार ने कॉलेजेस को आगाह करते हुए कहा है कि यह स्थिति उचित नहीं है। शिक्षण संस्थानों की ओर से स्वयं विश्वविद्यालय से डिग्री और मार्कशीट प्राप्त करने में लेटलतीफी की जाती है। इससे परेशान होकर छात्र विश्वविद्यालय तक पहुंच रहे हैं। जबकि विश्वविद्यालय से डिग्री और मार्कशीट का वितरण किया जाना संभव नहीं है। रजिस्ट्रार ने कॉलेजेस से कहा है कि वे यथाशीघ्र डिग्री व मार्कशीट विश्वविद्यालय से प्राप्त कर लें और उनका वितरण करवाना शुरू करें।